लखनऊ: पंचायत चुनावों के चलते सूबे के गांवों में आजकल वैसे भी रौनक है. ऐसे में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से सूबे के ग्रामीणों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सूबे के गांव-गांव में हो रही सफाई, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग ने गांवों की रौनक में इजाफा कर दिया है. बीते तीन दिनों से राज्य के गावों में पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों की देख-रेख में सफाईकर्मी साफ-सफाई का अभियान चल रहे हैं. गांवों की नालियों को साफ किया जा रहा है. गांवों में ढेर हो गए कूड़े को हटाया जा रहा है. यही नहीं गांवों में फॉगिंग की जा रही है. साथ ही गांव की नालियों में कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है. ताकि लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके.
80 हजार से अधिक कर्मी गांवों में कर रहे सफाई और फॉगिंग
बीते साल कोरोना संक्रमण के दौरान सफाई, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग पर शहरों में अधिक और गांवों में कम ध्यान दिया गया था. इस बार जैसे ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हुई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे के शहरी और ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना से लोगों को बचाने के लिए सफाई, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग करने के लिए विशेष स्वच्छता अभियान चलाने का फैसला किया. मुख्यमंत्री का मानना है कि सामान्य रूप से डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफेलाइटिस और अन्य संक्रामक बीमारियों के मामले में अक्सर वृद्धि होती है. कोरोना संकट के समय यह बीमारी भी नियंत्रण में रहें, इसके लिए सफाई और सैनिटाइजेशन किया जाना जरूरी है. योजना तैयार कर इसके लिए शहर और गांवों में अभियान चलाया जाए.
मुख्यमंत्री के इस फैसले के तहत गत नौ अप्रैल को अपर मुख्य सचिव पंचायती राज मनोज कुमार सिंह ने सूबे के सभी जिलाधिकारियों और निदेशक पंचायतीराज को कोरोना एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए प्रदेश स्तर पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाये जाने का निर्देश दिया. इस आदेश के तहत गत शनिवार को राज्य के 62,291 राजस्व ग्रामों में 82,052 कर्मियों के जरिए नालियों की सफाई, हैण्डपम्प के चारों तरफ की सफाई की गई. गांव में सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य किया गया.
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इसी तरह से 11 अप्रैल को 59,559 राजस्व गांवों में 72,768 कर्मियों के जरिए गांवों की नालियों और पंचायत घर को साफ किया गया. हैण्डपम्प के चारों तरफ जमा हो गई गन्दगी को साफ किया गया और सैनिटाइजेशन और फॉगिंग कराई गई, जबकि 13 अप्रैल को 59,468 राजस्व गांवों में 81,356 कर्मियों के जरिए सफाई अभियान चलाया गया, जिसके तहत गांवों में ब्लीचिंग पाउडर/सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव किया गया और फॉगिंग कराई गई. गांवों में साफ-सफाई करने संबंधी यह अभियान अभी जारी रहेगा.
9 लाख वरासत प्रकरण का हुआ निस्तारण
सफाई अभियान में करीब नौ लाख अधिक लोगों के वर्षों से लंबित वरासत संबंधी प्रकरणों का निस्तारण मात्र तीन माह में हो गया. इसके आलावा सरकार की घरौनी योजना से ग्रामीणों को उनके घर का मालिकाना प्रमाणपत्र मिल रहा है, जिसके जरिए अब ग्रामीण बैंक से कर्ज ले पा रहे हैं. यही नहीं गांवों में अब बिजली भी तय समय में मिलने लगी है. ऐसे में गांवों में हो रही साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग को लेकर ग्रामीण काफी खुश हैं. जिन गांवों में अभी साफ-सफाई का यह अभियान शुरू नहीं हुआ है, वहां के ग्रामीण इस अभियान के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं.