लखनऊ: अयोध्या में 5 अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधारशिला रखी तो विपक्षी दलों में खलबली मच गई. समाजवादी पार्टी को लग रहा है कि आने वाले चुनाव में भगवान राम से बीजेपी को फायदा मिल सकता है. ऐसे में ब्राह्मणों को लुभाने के लिए समाजवादी पार्टी प्रबुद्ध सभा परशुराम मंदिर बनवाने के साथ ही मंगल पांडेय की भी मूर्ति लगाने का मन बना चुकी है.
भगवान परशुराम की मूर्ति लगाने के लिए समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा जयपुर भी पहुंच चुके हैं. यहां से मूर्ति का ऑर्डर दिया जा रहा है. परशुराम की सबसे ऊंची मूर्ति लगाने का यह प्लान समाजवादी पार्टी प्रबुद्ध सभा का है.
वैसे तो राम सभी के हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी ने राम के सामने राजनीति के लिए परशुराम को आगे कर दिया है. भगवान परशुराम के बहाने समाजवादी पार्टी ब्राह्मणों को अपनी तरफ आकर्षित करने की फिराक में है. हाल ही में उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के साथ तमाम ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिसे लेकर समाजवादी पार्टी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साध रही है और इसके लिए उन्हें जिम्मेदार मान रही है. लिहाजा, अब समाजवादी पार्टी प्रबुद्ध सभा भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम को आगे ला रही है.
उत्तर प्रदेश में सबसे ऊंची परशुराम की प्रतिमा लखनऊ में लगेगी, जिसकी ऊंचाई तकरीबन 108 फीट होगी. परशुराम चेतना पीठ ट्रस्ट के तत्वावधान में यह प्रतिमा बनाई जाएगी. वही परशुराम की प्रतिमा के लिए पार्टी चंदे से धनराशि जुटाने का भी काम करेगी. इसके अलावा मंगल पांडेय की मूर्ति लगाने के बहाने भी पार्टी भाजपा के ब्राह्मण वोट बैंक में सेंधमारी करने की कोशिश में जुटी है.
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समाजवादी पार्टी को लग रहा है कि इस समय सबसे सुनहरा मौका है कि ब्राह्मणों को अपने पाले में कर लिया जाए. बताया यह भी जा रहा है कि समाजवादी पार्टी ब्राह्मणों की बेटियों की शादी में आर्थिक सहायता के साथ ही अन्य तरह से मदद करेगी.