लखनऊ: इलाके की सड़कें बदहाल होने का आरोप लगाकर अनशन पर बैठे सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह को पुलिस ने देर रात जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा से उठा कर सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया है. पुलिस का कहना है कि राकेश प्रताप सिंह की सेहत बिगड़ रही थी, इसलिए उनको भर्ती करवाना जरूरी था. विधायक और उनके समर्थकों ने पुलिस की कार्रवाई का जमकर विरोध किया, मगर उनकी एक न चली.
पुलिस ने देर रात विधायक के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए भारी पुलिस बल ने एंबुलेंस से लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे जहां विधायक को भर्ती करवाया. इस दौरान उनके समर्थक जमकर नारेबाजी करते रहे. विधायक गांधी प्रतिमा पर चार दिन से धरने पर बैठे हुए थे.
गौरतलब है कि सड़क बनवाने की मांग को लेकर इस्तीफा देकर धरने पर बैठे सपा के गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह ने अन्न और जल का त्याग कर लखनऊ में आमरण अनशन शुरू कर दिया था. उन्होंने इसकी वजह क्षेत्र की जनसमस्याओं को बताया था. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र की समस्याएं दूर नहीं हुईं हैं. इसी के चलते मजबूर होकर अन्न और जल का त्यागकर आमरण अनशन शुरू किया है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा था कि अपने क्षेत्र की समस्याओं को उन्होंने सदन में कई बार उठाया. अफसरों ने आश्वासन भी दिया लेकिन समस्याएं जस की तस बनी रहीं.
उनका आरोप है कि अफसरों की लापरवाही और तानाशाही के चलते अभी तक क्षेत्र की समस्याएं दूर नहीं हुईं है. इसी के चलते आमरण अनशन की शुरुआत की.
यह भी पढ़ें- दीपावली पर सपा विधायक ने त्यागा अन्न और जल, जानिए वजह...
उन्होंने कहा कि जब पूरा देश दीपावली मना रहा हैं ऐसे में मजबूर होकर उन्हें आमरण अनशन का फैसला लेना पड़ा. सोचा कि दीपावली पर तो दुश्मन को भी भूखे नहीं रखा जाता. ऐसे में शायद सरकार उनके आमरण अनशन से जाग जाए और उनके क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने की पहल कर दे.
वहीं, विधायक का आरोप है कि सिविल अस्पताल में जबरजस्ती दोनों हाथ को बाधकर ड्रिप लगाई गई है.