लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज बुधवार को बाबरी विध्वंस मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई के लिए पहुंचे. करीब 4 घंटे की सुनवाई के बाद सीबीआई कोर्ट से बाहर निकले साक्षी महाराज ने कहा कि सुनवाई होते-होते इतना लंबा समय हो गया कि पूछो नहीं. एक कहावत है कि 'खोदा पहाड़ निकली चुहिया'. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में भाजपा को बदनाम करने के लिए पूरी तरह से राजनीतिक षड्यंत्र किया गया है.
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि जब उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तो अयोध्या में विवादित स्थल पर रामलला की मूर्तियां रखी गईं. कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में ही राम जन्मभूमि का ताला खोला गया. इतना ही नहीं, कांग्रेस ने ही वहां पर शिलान्यास करवाया था, उसके बाद माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से हम लोग बड़ी शालीनता के साथ कार सेवा करने गए, लेकिन वहां पर योजनबद्ध तरीके से कुछ लोगों के द्वारा रंग में भंग डालने का कार्य किया गया. इस बात को करीब सभी लोग जानते हैं.
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साक्षी महाराज ने कहा कि इस सुनवाई के बाद माननीय कोर्ट का जो भी फैसला निकलकर सामने आएगा, हम उसका स्वागत करेंगे. इससे पहले मंगलवार को बाबरी विध्वंस मामले में अयोध्या के महंत धर्मदास को कोर्ट में पेश होने के लिए तलब किया गया था, लेकिन किसी कारणवश वे कोर्ट में नहीं आ सके.
बाबरी विध्वंस मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, चंपत राय, साध्वी ऋतंभरा, बृज भूषण शरण सिंह, उमा भारती, डॉ. राम विलास वेंदांती और विनय कटियार सहित 32 लोग आरोपी बनाए गए हैं. इस मामले की सुनवाई 4 जून से शुरू हुई है.