लखनऊ: होली का त्योहार रंगों के बिना फीका है. लोग सिंथेटिक रंग से कितना ही बचना चाहें लेकिन होली का पर्व ऐसा है कि आप रंगों से बच नहीं सकते हैं. होली के दिन रंग खेलने से पहले मॉस्चराइजिंग क्रीम या कोकोनट का तेल लगा कर रखें जिससे अगर कोई रंग डालता भी है तो आप सिंथेटिक रंग से होने वाली दिक्कतों से बच सकें.
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होली पर रखें लाइट मेकअप
एक्सपर्ट बताती हैं कि होली के सिंथेटिक रंग की वजह से कई दिनों तक चेहरे की स्किन ड्राई और डल हो जाती है. चेहरे की चमक और रौनक पर भी प्रभाव पड़ता है इसलिए होली खेलने के बाद आप अपना मेकअप लाइट रखें. जैसे मॉस्चराइजर क्रीम लगाकर कॉम्पेक्ट, काजल और लाइट लिपस्टिक लगाकर भी आप खूबसूरत दिखाई दे सकती हैं.
रंगों का त्वचा, आंखों और बालों पर पड़ता है बुरा प्रभाव
ब्यूटी एक्सपर्ट अनु वर्मा ने बताया कि कभी-कभी होली के सिंथेटिक रंग बड़ी बीमारी दे जाते हैं. स्किन पर इसके निशान लम्बे समय तक बने रहते हैं. इस वजह से लोगों को रंगों से परहेज करना चाहिए है. एक्सपर्ट बताती हैं कि सिंथेटिक रंग त्वचा, आंखों और बालों पर बुरा प्रभाव डालते हैं. जिसपर सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है.
ऐसे बरतें सावधानी
- सिंथेटिक रंगों से होली खेलने से बचें.
- होली खेलने से पहले मॉस्चराइजिंग क्रीम का इस्तेमाल करें.
- आप कोकोनट यानी नारियल के तेल का भी यूज़ कर सकते हैं.
- होली खेलते समय फुल स्लीव के कपड़े पहनें.
- नाखूनों पर नेलपॉलिश लगा लें. ताकि, नाखूनों पर रंगों के कलर न चढ़े.
सिंथेटिक रंगों का पड़ता है ये प्रभाव
- स्किन ड्राई हो जाती है
- चेहरे की चमक चली जाती है.
- चेहरे की स्किन पर दाग धब्बे पड़ जाते हैं.
- स्किन में खुजली होने लगती है.
- कभी-कभी ये रंग स्किन कैंसर का भी कारण बन जाते हैं.