लखनऊ : आरटीओ कार्यालय के वरिष्ठ सहायक पर बुजुर्ग से अभद्र व्यवहार करने और थप्पड़ मारने का आरोप लगा है. सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे संदेश के बाद परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने विभागीय अधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया. कहा कि इस घटनाक्रम से विभाग की छवि धूमिल हुई है. उन्होंने वरिष्ठ सहायक के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद अपर परिवहन आयुक्त (प्रशासन) नरेंद्र सिंह ने वरिष्ठ सहायक को परिवहन आयुक्त मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है. मामले की जांच एआरटीओ श्वेता वर्मा को सौंपी गई है. सात दिन में एआरटीओ अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी.
दरअसल, मामला मंगलवार का है. आरटीओ कार्यालय में राज कपूर गुप्ता अपने वाहन से संबंधित काम कराने गए थे. इस दौरान काउंटर नंबर सात पर मौजूद वरिष्ठ सहायक पवन कुमार त्रिपाठी से उनकी किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई. राज कपूर का आरोप है कि 'पवन त्रिपाठी ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और उनकी पिटाई की.' इस मामले में वरिष्ठ सहायक पवन त्रिपाठी का कहना है कि 'सरकारी पद पर रहते हुए कोई किसी की पिटाई कैसे कर सकता है? आरोप पूरी तरह निराधार हैं. वह अपना काम कराने नहीं, बल्कि कार्यालय में किसी और का काम लेकर आए थे. जो काम होना संभव नहीं था, उसे करने का दबाव बना रहे थे. इसके लिए मना किया तो मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं. आए दिन विभिन्न तरह के काम लेकर वह आरटीओ कार्यालय आते हैं और कर्मचारियों पर दबाव बनाते हैं.'
कार्रवाई का यूनियन ने किया विरोध : वरिष्ठ सहायक पवन त्रिपाठी को आरटीओ कार्यालय से हटाकर परिवहन आयुक्त मुख्यालय से संबंध किए जाने का उत्तर प्रदेश संभागीय परिवहन कर्मचारी संघ ने विरोध किया है. संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय सिंह और प्रांतीय महामंत्री आशुतोष तिवारी की तरफ से परिवहन आयुक्त को पत्र भेजा गया है, जिसमें बिना किसी साक्ष्य के आधार पर की गई कार्रवाई को वापस लेने की मांग की गई है. पदाधिकारियों का कहना है कि 'ऐसे प्रकरण में बिना प्रारंभिक जांच और संभागीय कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों से वस्तुस्थिति ज्ञात किए बिना ही कार्रवाई की जा रही है, जिससे अराजकतत्वों का मनोबल बढ़ता है और कर्मचारियों का मनोबल गिरता है. सोशल मीडिया पर जिस व्यक्ति ने आरोप लगाए हैं आए दिन कार्यालय में कर्मचारियों पर अवैध काम कराने का दबाव बनाता है.'
क्या कहते हैं अपर परिवहन आयुक्त : इस मामले में अपर परिवहन आयुक्त (प्रशासन) नरेंद्र सिंह का कहना है कि 'सोशल मीडिया पर एक बुजुर्ग को कार्यालय के कर्मचारी पर अभद्र व्यवहार और मारपीट का आरोप लगा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए कर्मचारी को मुख्यालय संबद्ध कर दिया गया है. मामले की जांच एआरटीओ को सौंपी गई है. सात दिन का समय दिया गया है. दोनों पक्षों को अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा.'
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