लखनऊ: आलमबाग थाना इलाके में आरपीएफ में तैनात सब इंस्पेक्टर पूरन सिंह नेगी के सीने में गोली लगने से मौत हुई थी. पूरन सिंह का शव मवैया रेलवे क्रॉसिंग के पास लहूलुहान हालत में सुबह 5 बजे मिला था. पुलिस ने इसे आत्महत्या मानकर फाइल बंद कर दी थी, लेकिन जब पत्नी ने हत्या का शक जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया, तो पुलिस मामले में केवल खानापूर्ति करती नजर आ रही है.
रेलवे क्रॉसिंग पर मिला था शव
आरपीएफ दारोगा पूरन सिंह नेगी का शव आलमबाग के मवैया रेलवे क्रॉसिंग पर बुधवार की सुबह 5 बजे लहूलुहान हालत में मिला था. पूरन सिंह के सीने में गोली धसी हुई थी. साथ ही एक पिस्टल भी बरामद हुई थी. मैगजीन में 9 गोलियां पाई गई थीं. पुलिस ने इसे आत्महत्या समझकर फाइल को बंद कर दिया था. घटना की जानकारी मिलते ही मृतक की पत्नी अनीता नेगी ने रंजिशन हत्या करने का शक जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया. इस पर मामले की जांच की जा रही है, लेकिन पुलिस अभी इस घटना पर किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. पुलिस कभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, तो कभी फॉरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार कर अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रही है.
पुलिस जांच में लापरवाही
आलमबाग थाने में तैनात इंस्पेक्टर से इस घटना की जानकारी हासिल की गई तो उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी उन तक नहीं पहुंची है, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट दो दिन में थाने पहुंच जाती है. वहीं, उनसे पिस्टल पर फॉरेंसिक रिपोर्ट की बात कही गई तो उनका साफ कहना है कि फॉरेंसिक रिपोर्ट भी अभी नहीं आई है. क्योंकि मुकदमा गुरुवार को ही दर्ज हुआ है. उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक रिपोर्ट 2 से 3 दिन में आएगी. उसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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