लखनऊ: कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए परिवहन विभाग ने पहले से ही तैयारी कर ली है. कोरोना महामारी के चलते यूपी से गैर राज्यों के बीच अब 15 जून तक इंटरस्टेट बस सेंवाओं पर रोक लगा दी गई है. वहीं कोरोना महामारी के बीच सिटी बसों का संचालन नहीं होने से अप्रैल और मई माह का प्रोत्साहन भत्ता कर्मियों को नहीं दिया जाएगा.
700 बसों का हो रहा था संचालन
परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक डीबी सिंह ने बताया कि लखनऊ समेत यूपी के कई जनपदों से अन्य राज्यों के लिए बसें नहीं चलेंगी. इनमें यूपी से दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, चंडीगढ़ के बीच करीब 700 बसों का संचालन हो रहा था. बता दें कि यूपी से इन राज्यों के बीच एसी जनरथ, एसी स्लीपर, एसी शताबदी व वोल्वो का संचालन किया जा रहा था. इन बसों से रोजाना 15,000 से ज्यादा यात्री एक राज्य से दूसरे राज्य के बीच सफर करते थे. इस दौरान गैर राज्यों के बीच ऑनलाइन सीटों की बुकिंग भी बंद कर दी गई है. इससे रोडवेज की रोजाना होने वाली आय में एक चौथाई का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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अप्रैल-मई छोड़कर मिलेगा भत्ता
कोरोना महामारी के बीच सिटी बसों का संचालन नहीं होने से अप्रैल और मई माह का प्रोत्साहन भत्ता कर्मियों को नहीं दिया जाएगा. इसके बाद भत्ता दिए जाने की शर्तें लगा दी गई हैं. शर्त यह है कि बिना टिकट यात्रा के जितने मामले होंगे, उतने महीने प्रोत्साहन भत्ता नहीं मिलेगा. एमडी की ओर से जारी शर्तों के आदेश से ड्राइवर कंडक्टरों में नाराजगी है. रीजनल वर्कशाप कर्मचारी संघ के शाखाध्यक्ष मो. अनवर और मंत्री सिराज अहमद ने एमडी को पत्र देकर नियम विरुद्ध आदेश जारी करने व कर्मियों की लंबित मांगों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है.