लखनऊः राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर लगाई गई पाबंदी को तत्काल वापस लेने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जहां एक ओर राज्य कर्मचारी कोरोना जैसी महामारी में अपनी जान की परवाह किये बगैर जनता के लिए कार्य कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सरकार उनका उत्साह वर्धन न करके महंगाई भत्ते पर रोक लगा रही है.
रालोद प्रवक्ता ने कहा कि राज्य कर्मचारी एक तरफ बिना अवकाश लिए अपनी जान पर खेलकर सामान्य दिनों से दोगुना काम कर रहे हैं, दूसरी तरफ सरकार उन्हें हतोत्साहित कर रही है. पेंशन पर निर्भर रहने वाले बुजुर्गों के लिए तो ये और भी घातक है.
उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि तत्काल राज्यकर्मियों और शिक्षकों के महंगाई भत्ते और पेंशनरों को महंगाई राहत शुरू की जाए, जिससे वे पूरे मनोबल के साथ जनता की सेवा के साथ-साथ अपने परिवार के दायित्वों का ढंग से निर्वहन कर सकें.