लखनऊ: समाजवादी पार्टी से राज्यसभा के लिये तीसरा नाम रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी का तय हो गया है. इसकी ऑफिशियल घोषणा सपा के ट्विटर हैंडल से की गई है. ट्वीट में लिखा गया है कि सपा और राष्ट्रीय लोकदल से राज्यसभा के संयुक्त प्रत्याशी जयंत चौधरी होंगे. इससे पहले डिंपल यादव के राज्यसभा जाने की खबरें सामने आई थीं. सूत्रों के मुताबिक डिंपल यादव आजमगढ़ से लोकसभा का उपचुनाव लड़ सकती हैं.डिंपल का नाम तय होने के बाद अचानक जयंत चौधरी को टिकट दिए जाने के पीछे बीजेपी का डर बड़ी वजह मानी जा रही है. बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले भी जयंत चौधरी पर डोरे डाले थे, चुनाव हारने के बाद जयंत चौधरी को भी झटका लगा था, ऐसे में अखिलेश यादव को सलाह दी गई कि 2024 से पहले बीजेपी ने जयंत को तोड़ लिया तो सपा के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुश्किल हो सकती है. ऐसे में जयंत चौधरी को राज्य सभा भेज कर अखिलश ने रालोद के साथ गठबंधन को मज़बूती देने का काम किया है.
समाजवादी पार्टी ने बुधवार को अपने खाते की 3 राज्यसभा सीटों पर दो नेताओं जावेद अली खान और कपिल सिब्बल का नामांकन कराया था. तीसरे नाम पर डिंपल यादव की चर्चा थी. लेकिन ऐन वक्त पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्नी डिंपल यादव का नाम रोक दिया. ऐसे में अब साफ हो गया है कि डिंपल यादव राज्यसभा की सदस्य नहीं बनेंगी.
आजमगढ़ से उपचुनाव लड़ सकती हैं डिंपल: सूत्रों के अनुसार अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव से पहले रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी को राज्यसभा भेजने का आश्वासन दिया गया था. अखिलेश यादव अब उस आश्वासन को पूरा कर रहे हैं. वहीं, सपा सूत्रों का कहना है कि डिंपल यादव आजमगढ़ से लोकसभा का उपचुनाव लड़ सकती हैं.
जावेद अली और कपिल सिब्बल कर चुके नामांकन: सपा ने राज्यसभा के लिए बीते दिन 25 मई को जावेद अली खान का नामांकन कराया है. जबकि, कांग्रेस छोड़ने वाले कपिल सिब्बल को समर्थन दिया है.
जुलाई में पूरा हो रहा 3 सांसदों का कार्यकाल: बता दें कि राज्यसभा की 11 सीट के लिए 24 मई से प्रक्रिया चल रही है. इसी क्रम में सपा की ओर से 3 लोग नामांकन कर रहे हैं. राज्यसभा में अभी तक सपा के कुल 5 सदस्य हैं, जिनमें से विशंभर प्रसाद निषाद, चौधरी सुखराम सिंह और कुंवर रेवती रमन सिंह का कार्यकाल अगले महीने 4 जुलाई को पूरा हो रहा है.
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