लखनऊ : उत्तर प्रदेश समेत केंद्र की राजनीति में इन दिनों राष्ट्रीय लोकदल को लेकर चर्चा गर्म हो गई हैं. कहा जा रहा है कि 15 अगस्त से पहले ही राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी इंडिया गठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए के साथ खड़े हुए नजर आएंगे. चर्चा तो यहां तक है कि केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रिमंडल में भी रालोद के नेताओं को जगह दी जाएगी. हालांकि इस तरह की चर्चाओं का राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं ने पुरजोर तरीके से खंडन किया है. यहां तक कहा है कि राष्ट्रीय लोकदल इंडिया (I.N.D.I.A.) गठबंधन के साथ है और 2024 का लोकसभा चुनाव भी इंडिया गठबंधन के साथ ही मिलकर लड़ेगा.
आरएलडी ने 2022 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ा था. समाजवादी पार्टी ने आरएलडी को गठबंधन में 33 सीटें दी थीं. जिनमें से आठ सीटों पर आरएलडी के प्रत्याशी जीतने में सफल हुए थे. इसके बाद जब खतौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ तो फिर से रालोद को यह सीट मिली और एक और प्रत्याशी जीतने में सफल हुआ. कुल मिलाकर वर्तमान में राष्ट्रीय लोक दल के नौ विधायक हैं. अब लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं. विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि राष्ट्रीय लोक दल ने समाजवादी पार्टी के सामने 12 सीटों की डिमांड रख दी है और सपा इतनी सीटें आरएलडी को देने के पक्ष में नहीं है. लिहाजा यह भी बिखराव का बड़ा कारण बन सकता है.
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