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फरार आईपीएस अरविंद सेन पर 25000 का इनाम घोषित

दरअसल, इंदौर के कारोबारी से पशुपालन में टेंडर दिलाने के नाम पर 9 करोड़ से ज्यादा की ठगी की घटना हुई थी. मामले में पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था. इस मामले को लेकर डीआईजी अरविंद सेन, सिपाही दिलबहार सिंह यादव भी दोषी पाए गए और उन्हें मुख्यमंत्री ने निलंबित कर दिया. जबकि आज फरार सिपाही दिलबहार सिंह यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

फरार आईपीएस अरविंद सेन
फरार आईपीएस अरविंद सेन
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Published : Dec 15, 2020, 2:23 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश में पशुपालन विभाग में हुए घोटाले में आईपीएस अरविंद सेन आरोपी हैं. उनपर टेंडर दिलाने के नाम पर 9 करोड़ की ठगी का आरोप है. मामले में आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन की मुश्किलें और बढ़ने वाली है. उन पर ₹25000 का इनाम घोषित कर दिया गया है. फिलहाल उन पर कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी जारी है.

बता दें कि इंदौर के कारोबारी से पशुपालन में टेंडर दिलाने के नाम पर 9 करोड़ से ज्यादा की ठगी की घटना हुई थी. मामले में पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था. इस मामले को लेकर डीआईजी अरविंद सेन, सिपाही दिलबहार सिंह यादव भी दोषी पाए गए और उन्हें मुख्यमंत्री ने निलंबित कर दिया. जबकि आज फरार सिपाही दिलबहार सिंह यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.


फरार आईपीएस पर 25000 का इनाम घोषित

पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी के मामले में फरार चल रहे डीआईजी अरविंद सेन पर आज ₹25000 का इनाम घोषित किया गया है. उनकी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी, लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी. पिछले सप्ताह उन पर कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी जारी हुआ है. हाईकोर्ट में उन्होंने अग्रिम जमानत की अर्जी भी डाली थी. जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया. इसी मामले में फरार चल रहे इनामी सिपाही दिलबहार सिंह यादव की गिरफ्तारी हो चुकी है. अब पुलिस फरार आईपीएस की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है.


क्या था मामला

पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर डीआईजी अरविंद सेन के ऊपर आरोपियों को संरक्षण देने और रुपया वसूलने का आरोप है. इस मामले में इसी साल 13 जून को इंदौर के कारोबारी मनजीत सिंह भाटिया ने थाना हजरतगंज में उन पर मुकदमा भी दर्ज कराया गया था. कारोबारी ने डीआईजी अरविंद सेन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने बुलाकर अपने ऑफिस में उन्हें धमकाया था.

पशुपालन घोटाले में एसीपी गोमती नगर श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि फरार डीआईजी अरविंद सेन पशुपालन विभाग के घोटाले में आरोपी है. वही उन पर ₹25000 के इनाम घोषित किया गया है.

लखनऊः उत्तर प्रदेश में पशुपालन विभाग में हुए घोटाले में आईपीएस अरविंद सेन आरोपी हैं. उनपर टेंडर दिलाने के नाम पर 9 करोड़ की ठगी का आरोप है. मामले में आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन की मुश्किलें और बढ़ने वाली है. उन पर ₹25000 का इनाम घोषित कर दिया गया है. फिलहाल उन पर कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी जारी है.

बता दें कि इंदौर के कारोबारी से पशुपालन में टेंडर दिलाने के नाम पर 9 करोड़ से ज्यादा की ठगी की घटना हुई थी. मामले में पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था. इस मामले को लेकर डीआईजी अरविंद सेन, सिपाही दिलबहार सिंह यादव भी दोषी पाए गए और उन्हें मुख्यमंत्री ने निलंबित कर दिया. जबकि आज फरार सिपाही दिलबहार सिंह यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.


फरार आईपीएस पर 25000 का इनाम घोषित

पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी के मामले में फरार चल रहे डीआईजी अरविंद सेन पर आज ₹25000 का इनाम घोषित किया गया है. उनकी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी, लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी. पिछले सप्ताह उन पर कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी जारी हुआ है. हाईकोर्ट में उन्होंने अग्रिम जमानत की अर्जी भी डाली थी. जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया. इसी मामले में फरार चल रहे इनामी सिपाही दिलबहार सिंह यादव की गिरफ्तारी हो चुकी है. अब पुलिस फरार आईपीएस की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है.


क्या था मामला

पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर डीआईजी अरविंद सेन के ऊपर आरोपियों को संरक्षण देने और रुपया वसूलने का आरोप है. इस मामले में इसी साल 13 जून को इंदौर के कारोबारी मनजीत सिंह भाटिया ने थाना हजरतगंज में उन पर मुकदमा भी दर्ज कराया गया था. कारोबारी ने डीआईजी अरविंद सेन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने बुलाकर अपने ऑफिस में उन्हें धमकाया था.

पशुपालन घोटाले में एसीपी गोमती नगर श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि फरार डीआईजी अरविंद सेन पशुपालन विभाग के घोटाले में आरोपी है. वही उन पर ₹25000 के इनाम घोषित किया गया है.

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