लखनऊ : नगर निगम के सभी 110 वार्डों में खराब स्ट्रीट लाइट की समस्या दूर होगी. गुरुवार को सदन ने सभी पार्षदों को 25-25 लाइट देने का निर्णय लिया गया. इससे पहले महापौर सुषमा खर्कवाल के निर्देश पर 50-50 लाइट दी जा चुकी हैं. इस तरह से प्रत्येक वार्ड में 75 लाइटें लगेंगी. इसमें विस्तारित 88 गांव भी शामिल हैं. इसके अलावा शहर के बैकुंठ धाम, गुलाला घाट समेत श्मशान घाट व कब्रिस्तान को संवारा जाएगा. इसके लिए नगर निगम सदन ने एक करोड़ रुपये पुनरीक्षित बजट पास किया गया है. महापौर की अध्यक्षता में सदन ने सिंगल स्क्रीन और मल्टीप्लेक्स सिनेमा हॉल पर टैक्स की दर बढ़ाने, ट्रांसफार्मर के लिए भी लेसा से शुल्क लिए जाने का निर्णय लिया है. नगर निगम ने प्रस्तावित पुनरीक्षित बजट में आय, व्यय में वृद्धि की है. चालू वित्तीय वर्ष में 20 अरब 91.59 करोड़ रुपये के पुनरीक्षित बजट पास किया गया. इसके सापेक्ष वह 2091.07 करोड़ रुपये खर्च करेगा. मूल बजट में 1777.34 करोड़ रुपये की आय प्रावधानित की गई थी. व्यय में 1775.96 करोड़ रुपये का प्रावधान था. इस वित्तीय वर्ष में नगर निगम 538 करोड़ की आय का लक्ष्य प्रस्तावित किया है.
हंगामे के साथ शुरू हुई सदन की शुरुआत : महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में नगर निगम सदन गुरुवार को हंगामे के साथ शुरू हुआ. कार्यकारिणी से पास पुनरीक्षित बजट पर चर्चा को लेकर बुलाए गए सदन की शुरुआत में भाजपा पार्षदों ने हंगामा किया. नगर निगम जोन-3 के सफाई इंस्पेक्टर सुनील वर्मा को हटाने की मांग को लेकर भाजपा पार्षदों ने हंगामा किया. उनका आरोप है कि सुनील वर्मा जोन-3 में आम नागरिक से लेकर जनप्रतिनिधियों तक से बदतमीजी करते हैं. सफाई इंस्पेक्टर के खिलाफ निंदा प्रस्ताव जारी कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए. इससे पहले नगर निगम सदन की शुरुआत वंदे मातरम से करने का प्रस्ताव आया. इसको लेकर समाजवादी पार्षद सै. यावर हुसैन रेशू ने सवाल खड़ा किया. उनका कहना था कि आज से पहले सदन की शुरुआत कभी भी वंदे मातरम से नहीं हुई थी. हालांकि कांग्रेस पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने कहा, इसमें कोई एतराज नहीं है. मेयर सुषमा खर्कवाल ने लोकसभा और राज्यसभा का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि सदन की शुरुआत वंदे मातरम से और समापन राष्ट्रगान से की जाएगी.
श्मशान घाटों के प्रस्ताव पर जताई आपत्ति : मनकामेश्वर मंदिर वार्ड से भाजपा पार्षद रंजीत सिंह ने नगर निगम के श्मशान घाटों पर 10 लाख के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई. कहा शव दाह स्थल पर गड्ढ़े हैं. कुर्सिया टूटी हुई हैं, अंतिम संस्कार के लिए बनाए गए प्लेटफार्म भी टूट गए हैं. पार्षद ने गड्ढा मुक्त दाह स्थल के लिए एक करोड़ का प्रावधान करने का प्रस्ताव दिया, इस पर नगर आयुक्त ने दस लाख के बजट को एक करोड़ रुपये करने का निर्णय लिया. इस रकम से श्मशान घाट व कब्रिस्तान को संवारने का काम किया जाएगा. सपा पार्षद दल के नेता कामरान बेग ने विस्तारित क्षेत्रों के प्रत्येक वार्ड में 25-25 लाइटें देने की मांग रखी. जिस पर महापौर ने सहमति दे दी. मगर अन्य पार्षदों ने भी प्रत्यके वार्ड में 25-25 लाइटें देने की मांग की. महापौर ने समस्त वार्डो में लाइटें देने की घोषणा की.
गाय को आवारा कहने पर हंगामा : सदन में भाजपा और सपा पार्षद गाय को लेकर भिड़ गए. दरअसल भाजपा पार्षद किसी बात पर आवारा गाय बोल गए. इसको लेकर सपा पार्षद लइक आगा ने कहा कि गाय को आवारा न बोलें. वह माता है तो आवारा कैसे हो गई. इसको लेकर भाजपा पार्षदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया कि आप बेवजह का मजाक कर रहे हैं सदन में. सपा और कांग्रेस पार्षद इसको को लेकर विरोध में खड़े हो गए.
मिनी स्टेडियम व नगर निगम का नया आफिस बनेगा : इकाना और केडी सिंह के बाद लखनऊ में एक और स्टेडियम बनेगा. नगर निगम ट्रिपल पी मॉडल पर मिनी स्टेडियम बनाएगा. नगर निगम ने जमीन चिहिन्त करने का काम शुरू कर दिया है. नगर निगम अपना नया कार्यालय भी बनाएगा. नगर निगम अपनी आय बढ़ाने के लिए शहर के सभी ट्रांसफार्मर से टैक्स वसूलेगा. लेसा के करीब 20,000 से ज्यादा ट्रांसफार्मर राजधानी में लगे हैं. उन सभी जगह को चिह्नित कर क्षेत्रफल के हिसाब से हाउस टैक्स लगाने की तैयारी है. सदन में चर्चा के दौरान आय बढ़ाने के लिए पार्षदों ने प्रस्ताव दिया. सदन ने इसे मंजूरी दे दी है. इसके अलावा शहर में चल रहे सिंगल स्क्रीन और मल्टीप्लेक्स सिनेमा हॉल पर टैक्स बढ़ाया जाएगा. अभी प्रति शो 25 रुपये के हिसाब से टैक्स लिया जाता है। उसको करीब 100 रु तक करने का प्रस्ताव पास किया गया है.
गाड़ियों को उठाने में की जा रही धांधली : शहर में नो पार्किंग जोन में खड़ी गाड़ियों को उठाने का काम नगर निगम का है. इस संबध में शासन को पत्र लिखा जाएगा. वहां से सहमति मिलने के बाद गाड़ियों को उठाने का काम नगर निगम करेगा. भाजपा पार्षद सुरेश तिवारी पम्मी और कांग्रेस पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने कहा कि मौजूदा समय गाड़ियों को उठाने में बड़े स्तर पर धांधली की जा रही है. आम आदमी को प्रताड़ित किया जा रहा है. यह काम नगर निगम का था, लेकिन ट्रैफिक विभाग को दे दिया गया. शहर में अब गाड़ियां उठाने का काम फिर से नगर निगम को वापस ले लेना चाहिए. सदन में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के नए शासनादेश का मामला भी उठा. भाजपा पार्षद शैलेंद्र वर्मा ने कहा कि पहले 30 रुपये में प्रमाण पत्र बन जाता था, अब 5000 तक खर्च हो रहे हैं, नगर आयुक्त ने बताया कि पार्षद की सिफारिश पर दो गलत प्रमाण पत्र बनने के बाद हाईकोर्ट व शासन के आदेश पर यह प्रक्रिया लागू की गई है. सपा के सैयद यावर हुसैन ने कहा कि सदन शासन से ऊपर है। नगर निगम को अपनी व्यवस्था बनानी चाहिए.
गाड़ियों की कमी से नहीं उठ रहा कूड़ा : राजधानी में कूड़ा न उठने का मामला भी गुरुवार को सदन में पार्षदों ने उठाया. सत्ता व विपक्ष के पार्षदों ने कहा कि उनके वार्डों में गाड़ियां ही नहीं हैं. तमाम गाड़ियां खराब पड़ी हैं, जिससे कूड़ा नहीं उठ पा रहा है. भाजपा के वरिष्ठ पार्षद देव शर्मा मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा ने कहा कि उनके वार्ड में केवल पांच गाड़ियां कूड़ा उठाने के लिए हैं. एक गाड़ी 300 घरों से अधिक से कूड़ा नहीं ले पाती हैं. लगभग 1500 घरों से कूड़ा उठ रहा है, जबकि वार्ड में 8000 मकान हैं. भारतेंदु हरिश्चंद्र वार्ड के भाजपा पार्षद मान सिंह यादव ने कहा कि उनके वार्ड में पांच गाड़ियां थीं. चार बनने के लिए कई दिन पहले आरआर विभाग भेजी गईं पर आज तक बनकर नहीं आईं. सपा पार्षद ममता रावत ने भी कहा कि उनके वार्ड में गाड़ियां नहीं हैं, जिसकी वजह से जनता बहुत परेशान हैं. सुएज इंडिया के नेटवर्क मैनेजर तनवीर शर्मा ने बताया कि सभी क्षतिग्रस्त सीवर लाइन डलवाने के लिए नगर निगम व जल निगम से अनुमति लेनी पड़ती है, जिसके अप्रूवल मिलने में समय लग जाता है.
जगदीश चंद्र बोस वार्ड के पार्षद यावर हुसैन रेशू ने स्मार्ट सिटी योजना में शामिल आठ वार्डों में खराब इंजीनियरिंग पर सवाल उठाए. कहा कि फुटपाथ डेढ़ फिट ऊंचे बना दिए गए हैं इससे दुकानें नीचे हो गईं है. वित्तीय वर्ष के कार्यो को अब ठेकेदारों समेत पार्षदों को उसी वित्तीय वर्ष में समाप्प्त कराने होंगे, वित्तीय वर्ष के समाप्त होने पर वर्तमान वर्ष के समस्त कार्य निरस्त हो जाएंगे. उन्हें लाईबेलिटी लिस्ट में शामिल नही किया जायेगा. ऐसे समस्त कार्यो को पुन: अनुमोदन लेने के साथ ही पुन: विज्ञापन जारी करा कर नये सिरे से टेण्डर कराया जायेगा. गुरुवार को सदन में पुराने कार्यों के भुगतान की मांग पर महापौर सुषमा खर्कवाल ने वित्तीय वर्ष के कार्यो को उसी वित्तीय वर्ष 31 मार्च तक समाप्त करने का निर्णय लिया.
जब महापौर ने कहा मेयर व पार्षद कोटा समाप्त : सदन की चर्चा के दौरान जब महापौर ने लाइटें देने समेत श्मशान घाटों का बजट बढ़ाने का निर्णय लिया तो कांग्रेस पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने पार्षद कोटा 1 करोड़ 50 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ 75 लाख बिना जीएसटी करने की मांग रखी. महापौर व नगर आयुक्त तथा उपाध्यक्ष के कहने पर भी न मानने पर महापौर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि मेयर व पार्षद कोटे को ही समाप्त कर दिया जाए. अवैध विज्ञापन पट व यूनिपोल को लेकर महापौर ने नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह से एक कमेटी का गठन कर दो सप्ताह में सर्वे कराकर रिपोर्ट देने के लिए कहा. आटो-टेंपो स्टैंड का मुद्दा सदन में उठा. नगर आयुक्त मेयर के साथ सदन की बैठक के लिए निकल ही रहे थे कि उन्हें गैलरी में एक दिव्यांग अपनी फरियाद लिए खड़ा दिखा. उसे देखकर नगर आयुक्त ने उसकी समस्या पूछी तो उसने एकांत में बताने का अनुरोध किया. इसके सदन की बैठक में जाने से पहले नगर आयुक्त उसे अपर नगर आयुक्त के कमरे में ले जाकर सोफे पर बैठाया. उसे लंच का पैकेट देने के बाद खुद पानी की बोतल पीने के लिए दी.
20 अरब 91 करोड़ का पुनरीक्षित बजट पास : नगर निगम ने प्रस्तावित पुनरीक्षित बजट में आय, व्यय में वृद्धि की है। चालू वित्तीय वर्ष के पुनरीक्षित बजट में उसने 20अरब 91.59 करोड़ रुपये की आय का लक्ष्य है. इसके सापेक्ष वह 2091.07 करोड़ रुपये खर्च करेगा. मूल बजट में 1777.34 करोड़ रुपये की आय प्रावधानित की गई थी. व्यय में 1775.96 करोड़ रुपये का प्रावधान था. इस वित्तीय वर्ष में नगर निगम 538 करोड़ की आय का लक्ष्य प्रस्तावित किया है। नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक पिछले महीने हुई थी. जिसमें पुनरीक्षित बजट पास हुआ था. गुरुवार को सदन से भी इसे पास कर दिया गया. अपर नगर आयुक्त ललित कुमार ने बजट को सदन के पटल पर रखा. जिसे आशिंक संशोधन के बाद पास कर दिया गया। पुनरीक्षित बजट के पास होने से रुके पड़े विकास कार्य को गति मिल सकेगी. शहर की सड़कों, पार्कों, नाले-नालियों के निर्माण और मर मत पर करीब 240 करोड़ रुपये खर्च होगा. इसके अलावा अहाना इन्क्लेव निर्माण के लिए 20 करोड़ 65 लाख रुपये खर्च करेगा.
सफाई एवं अपशिष्ट प्रबंधन का व्यय बढ़ाया गया : शहर की सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए उद्देश्य से सफाई एवं अपशिष्ट प्रबंधन का व्यय बढ़ाया गया है. अधिष्ठान सफाई का व्यय 110 करोड़ से बढ़ाकर 120 करोड़ कर दिया गया है. पुनरीक्षित बजट में नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर खर्च को 50 करोड़ से बढ़ाकर 55 करोड़ पास किया गया है. अस्थायी प्रकाश व्यवस्था में 2 करोड़ ज्यादा का प्राविधान किया गया है. वहीं, प्रकाश बिंदुओं के अनुरक्षण पर होने वाले खर्च को 5 से 9 करोड़ रुपये कर दिया गया है. निर्माण कार्य पर व्यय के लिए 2 करोड़ से बढ़ाकर 5 करोड़ 50 लाख, मरम्मत कार्य पर व्यय के लिए 150 लाख से बढ़ाकर 800 लाख, सार्वजनिक निर्माण कार्य मरम्मत, निर्माण कार्यों के दायित्व एवं अन्य के व्यय 70 करोड़ से बढ़ाकर 240 करोड़ किए जाने का प्रावधान किया गया है. संयंत्र एवं आकस्मिक व्यय को 18 करोड़ से बढ़ाकर 34 करोड़ बजट में किया गया है. कूड़ा प्रबंधन पर 55 करोड़, गौशाला के लिए आठ करोड़, स्ट्रीट लाइट का बजट पांच करोड़, नए निर्माण का बजट 5 करोड़ 50 लाख, स्ट्रीट लाइट के अनुरक्षण पर नौ करोड़, पार्कों के अनुरक्षण पर 40 करोड़ खर्च होगा. कांजी हाउस में गायों के लिये चारे के साथ भूसी व चोकर की व्यवस्था नगर निगम करेगा. संपत्ति विभाग को नायब तहसीलदार एवं लेखपाल बड़ी संख्या में उपलब्ध कराया जाएगा. महापौर ने कहा 15 दिसंबर तक सभी अधिकारी मिल जाएंगे.
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