लखनऊः प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इन्वेस्ट यूपी के अंतर्गत आए निवेश प्रस्तावों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि कोविड-19 आने के बाद जब पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई, तो योगी सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के चलते 47 हजार 572 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए.
घरेलू निवेशकों से 37 हजार करोड़ तो विदेशी निवेशकों से मिले 9 हजार करोड़ के प्रस्ताव
मंत्री ने बताया कि घरेलू निवेशकों से 37 हजार 714 करोड़ रुपये के 33 प्रस्ताव तथा विदेशी निवेशक से 9 हजार 858 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं. उन्होंने इन निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने के लिए विशेष सचिव औद्योगिक विकास मुत्थू स्वामी को नोडल अधिकारी नामित किया और परियोजनाओं के जल्दी क्रियान्वयन के अधिकारियों को उचित निर्देश भी दिए.
देशों के राजदूतों व उच्चायुक्त से हुआ लगातार संपर्क
उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान विभिन्न देशों के राजदूतों एवं उच्चायुक्तों से लगातार सम्पर्क बनाये रखा गया. जिसके परिणाम अब सामने आने शुरू हो गये हैं. उन्होंने कहा कि कनाडा से 1746 करोड़ रुपये के निवेश के 02 प्रस्ताव मिले. जिसमें से इकाग्राटा कंपनी ग्रेन एन्फ्रास्ट्रक्चर इक्यूपमेंट के लिए 746 करोड़ तथा मेडिकाॅम ग्रुप जेवर में 1000 करोड़ का निवेश कर पीपीई किट, मास्क और ग्लव्स का प्लांट लगायेगी.
सीएम के मुंबई दौरे में इन उद्यमियों ने जताई निवेश की इच्छा
सीएम योगी आदित्यनाथ के मुम्बई भ्रमण के दौरान अडाणी, सीमेंस, हीरानंदानी ग्रुप, एलएण्डटी, टाटा संस, आदित्य बिड़ला ग्रुप, नाबार्ड, कल्याणी ग्रुप, सीमेंस साफ्टवेयर इण्डिया के समूहों ने निवेश की इच्छा जताई है. इसमें टाटा ग्रुप ने इलेक्ट्रानिक्स, होटल, इलेक्ट्रिक व्हीकल, चार्जिंग स्टेशन तथा सौर उत्पाद के क्षेत्र में निवेश के इच्छा जाहिर की. हीरानंदानी ग्रुप द्वारा शिक्षा, कौशल विकास, कांस्ट्रक्शन तथा टाउनशि में निवेश, सीमेंस इण्डस्ट्री द्वारा डिफेंस क्षेत्र में निवेश की इच्छा जताई है.
मुख्यरूप से इन कंपनियों से मिले निवेश के प्रस्ताव
इन विदेशी कम्पनियों से मिले निवेश प्रस्ताव
- जर्मनी की चार कंपनियां, लाट्रिक वाॅन वेलेक्टस इण्डिया लिमिटेड फूटवेयर, स्विंग स्टेटर इण्डिया लिमिटेट हैवी मशीनरी, जाॅक टेक्नालाॅजी पावर प्लांट तथा उप्पलस् आईटी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड आईटी के क्षेत्र में निवेश.
- हांगकांग की ताॅंग-फांग कंपनी ग्रेटर नोएडा में 1000 करोड़ रुपये से सोल्डर वायर के क्षेत्र में निवेश.
- सिंगापुर की आरबीडीसी प्रालि नोएडा में 1500 करोड़ रुपये का डाटा सेंटर में निवेश.
- यूकेकी ट्रीनिटी नेचुरल गैस प्रालि कंपनी जेवर एअरपोर्ट के पास 1000 करोड़ रुपये का लाॅजिस्टिक एवं वेअरहाउसिंग के क्षेत्र में निवेश.
- यूके की ही एसोसिएटेड ब्रिटिश फूड कंपनी मध्यांचल में 375 करोड़ का बेकरी प्लांट में निवेश.
इन घरेलू निवेशकों के मिले प्रस्ताव
- हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड सुमेरपुर में डिट्रेजेंट तथा शर्फ उत्पादन के क्षेत्र में 700 करोड़ का निवेश.
- इन्डोस्पेश कैपिटल एडवाइजर लि. 1000 करोड़ की लागत से एनसीआर क्षेत्र में डाटासेंटर में निवेश.
- अंकुर उद्योग गोरखपुर में स्टील उत्पादन के क्षेत्र में 351 करोड़.
- हिन्दुस्तान फूड लि. पूर्वांचल में 100 करोड़ की लागत से डेयरी प्रोसेसिंग प्लांट में निवेश.
- ट्रेड प्रमोशन काउंसिल आॅफ इण्डिया द्वारा 1000 करोड़ रुपये का फर्नीचर क्लस्टर में निवेश.
- वीके मोदी गु्रप द्वारा रामपुर में 1000 करोड़ का हाईटेक प्रीसीजन इक्यूपमेंट लगाने में निवेश.
- अडानी ग्रुप द्वारा एनसीआर क्षेत्र में 1500 करोड़ की लागत से डाटा सेंटर में निवेश.
- मैकमैन मेडिकल प्रालि द्वारा एनसीआर क्षेत्र में ही 7400 करोड़ का मेडिकल डिवाइसेस प्लांट में निवेश.