लखनऊ: प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का ग्राफ राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में तेजी से बढ़ रहा है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग खासा चिंतित है. स्वास्थ्य विभाग ने अफसरों को ग्रामीण क्षेत्रों में अलर्ट रहने के लिए कहा है.
प्रवासी मजदूरों से बढ़ रहा है संक्रमण का खतरा
राजधानी में लॉकडाउन के बीच गैर प्रांतों और जिलों से लौट रहे लोगों की वजह से कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इससे स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ी हुई है. शासन की तरफ से सीएचसी प्रभारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी टीमें तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं. राजधानी में तीन दिन से लगातार मुंबई से पलायन कर वापस लौटे कामगार कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं.
इसकी शुरुआत 13 मई को ही हो गई थी, जहां माल क्षेत्र निवासी युवक मुंबई में दर्जी का काम करता था. यहां आने के बाद वह पॉजिटिव पाया गया. इसके अलावा राजधानी के क्लॉक टॉवर मुफ्तीगंज का एक युवक कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया. इसके साथ-साथ कई अन्य प्रवासी श्रमिक पॉजिटिव पाए गए हैं.
ग्राम स्वास्थ्य समीतियां रखेंगी प्रवासियों पर नजर
स्वास्थ्य विभाग को अंदेशा है कि विभिन्न राज्यों के प्रवासी मजदूर धीरे-धीरे अपने घर पहुंच रहे हैं, उनमें से कई कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं. ऐसे में उन पर निगरानी रखते हुए क्वारंटाइन करने की जिम्मेदारी ग्राम स्वास्थ्य समीतियों को दी गई है. उन्हें ग्राम पंचायत के हिसाब से अलग-अलग इलाके में टीमें बनाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि संबंधित गांवों में पहुंचकर लोगों के सैंपल लिए जा सकें.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि ग्रामीण इलाकों पर निगरानी की व्यवस्था चुस्त रखने का प्रयास है. सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है. गांव की लोकेशन के हिसाब से सेक्टर बनाने के लिए कहा गया है. सेक्टर टीम को जहां जरूरत होगी, तत्काल विभाग की टीम वहां पहुंचेगी.