लखनऊ : हापुड़ की घटना के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नर मेरठ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया था. अब इस कमेटी में आईजी मेरठ और डीआईजी मुरादाबाद के अलावा परिवार न्यायालय लखनऊ के सेवानिवृत्त प्रधान न्यायाधीश हरिनाथ पांडेय को भी शामिल किया गया है. जांच कमेटी को घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है.
बता दें कि पुलिस ने बीती 29 अगस्त को हापुड़ जिले में कथित तौर पर वकीलों पर लाठीचार्ज किया था. यह घटना उस समय हुई थी, जब वकील एक महिला अधिवक्ता और उसके पिता के खिलाफ लगभग एक सप्ताह पहले मुकदमा दर्ज किए जाने का विरोध कर रहे थे. अगले दिन 30 अगस्त को पुलिस ने विरोध-प्रदर्शन को लेकर हापुड़ की नगर कोतवाली में 17 वकीलों और 250 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. राज्य सरकार ने हापुड़ घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था. इसमें मेरठ के मंडलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक और उप महानिरीक्षक शामिल थे. अब इस जांच समिति में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सेवानिवृत्ति परिवार न्यायालय के न्यायाधीश को भी शामिल कर लिया गया है. बार काउंसिल ने एसआईटी में उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय के किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश को शामिल करने की मांग की थी. अब सरकार ने बार काउंसिल की ये मांग पूरी कर दी है.
गौरतलब है कि हापुड़ में वकीलों के साथ हुई घटना को लेकर पुलिस के खिलाफ प्रदेश भर में वकीलों ने प्रदर्शन किया. कई जगह धक्का मुक्की के खबरें भी आईं. लखनऊ में भी बार काउंसिल ने वकीलों के समर्थन में और पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. पुलिसकर्मियों पर लगातार वकील कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
यूपी के हापुड़ में लाठीचार्ज मामला, एसआईटी जांच कमेटी में शामिल किए गए सेवानिवृत्त प्रधान न्यायाधीश - अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज
पुलिस द्वारा प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के मामले में गठित एसआईटी में सेवानिवृत्त न्यायाधीश हरिनाथ पांडेय को शामिल किया गया है. जांच कमेटी को घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है.
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Sep 5, 2023, 3:28 PM IST
लखनऊ : हापुड़ की घटना के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नर मेरठ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया था. अब इस कमेटी में आईजी मेरठ और डीआईजी मुरादाबाद के अलावा परिवार न्यायालय लखनऊ के सेवानिवृत्त प्रधान न्यायाधीश हरिनाथ पांडेय को भी शामिल किया गया है. जांच कमेटी को घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है.
बता दें कि पुलिस ने बीती 29 अगस्त को हापुड़ जिले में कथित तौर पर वकीलों पर लाठीचार्ज किया था. यह घटना उस समय हुई थी, जब वकील एक महिला अधिवक्ता और उसके पिता के खिलाफ लगभग एक सप्ताह पहले मुकदमा दर्ज किए जाने का विरोध कर रहे थे. अगले दिन 30 अगस्त को पुलिस ने विरोध-प्रदर्शन को लेकर हापुड़ की नगर कोतवाली में 17 वकीलों और 250 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. राज्य सरकार ने हापुड़ घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था. इसमें मेरठ के मंडलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक और उप महानिरीक्षक शामिल थे. अब इस जांच समिति में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सेवानिवृत्ति परिवार न्यायालय के न्यायाधीश को भी शामिल कर लिया गया है. बार काउंसिल ने एसआईटी में उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय के किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश को शामिल करने की मांग की थी. अब सरकार ने बार काउंसिल की ये मांग पूरी कर दी है.
गौरतलब है कि हापुड़ में वकीलों के साथ हुई घटना को लेकर पुलिस के खिलाफ प्रदेश भर में वकीलों ने प्रदर्शन किया. कई जगह धक्का मुक्की के खबरें भी आईं. लखनऊ में भी बार काउंसिल ने वकीलों के समर्थन में और पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. पुलिसकर्मियों पर लगातार वकील कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.