ETV Bharat / state

पुरानी पेंशन बहाली को लेकर लखनऊ में हुंकार रैली आज, कई विभागों के कर्मचारी होंगे शामिल - कामरेड शिव गोपाल मिश्रा

रानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर रेल कर्मचारी एक बार फिर आंदलोन के मूड में हैं. पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के राष्ट्रीय संयोजक व ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने सोमवार का प्रेस कांफ्रेंस कर हुंकार रैली की योजना साझा की.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 27, 2023, 7:41 AM IST

Updated : Jun 27, 2023, 12:59 PM IST

पुरानी पेंशन बहाली को लेकर लखनऊ में हुंकार रैली आज. देखें खबर

लखनऊ : पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर मंगलवार को लखनऊ में बड़ी संख्या में कर्मचारी हुंकार भरेंगे. पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के नेतृत्व में हुंकार रैली चारबाग के रेलवे स्टेडियम में आयोजित की जा रही है. इस रैली में एक लाख कर्मचारियों के जुटने की उम्मीद जताई गई है. रैली में रेलवे, शिक्षक, दूरदर्शन, आकाशवाणी और अन्य विभागों के कर्मचारी शामिल होने पहुंच रहे हैं. संयुक्त मंच के पदाधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार पर पुरानी पेंशन बहाली को लेकर दबाव बनाया जाएगा. रेलकर्मियों की तरफ से सरकार को चेतावनी दी गई है कि अगर पुरानी पेंशन बहाली नहीं होती है तो रेल हड़ताल करने से भी पीछे नहीं हटा जाएगा. सोमवार को लखनऊ के चारबाग स्थित रेल यूनियन कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंच के राष्ट्रीय संयोजक व ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने यह जानकारी दी.

पुरानी पेंशन के लिए हुंकार भरेंगे लाखों कर्मचारी.
पुरानी पेंशन के लिए हुंकार भरेंगे लाखों कर्मचारी.
न्यू पेंशन स्कीम के सरकार के दावे खोखलेशिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि एक जनवरी 2004 के बाद सरकारी सेवा में आए कर्मचारियों के लिए न्यू पेंशन स्कीम एक छलावा साबित हुई है और जो भी कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं उनके साथ भारी अन्याय किया जा रहा है. सरकारी कर्मचारी 30 से 40 वर्ष की सेवा देकर स्वयं व आश्रितों को पेंशन के सहारे सामाजिक सुरक्षा का अधिकारी बनता था. जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने भी उचित ठहराया था, लेकिन वर्तमान सरकार आर्थिक बोझ के नाम पर इससे बचना चाह रही है. नई पेंशन स्कीम लागू किए जाते समय इसे अत्यंत आकर्षक और लाभदाई बताया गया था, लेकिन सरकार के इस संबंध में सभी दावे खोखले साबित हुए.

23 मार्च 2023 को वित्त मंत्री ने न्यू पेंशन स्कीम की समीक्षा के लिए एक समिति गठित किए जाने की घोषणा भी की थी और उसकी बैठक भी 9 जून को हो चुकी है. जिसमें उन्होंने न्यू पेंशन स्कीम को किसी भी स्थिति में स्वीकार करने से इनकार कर गारंटीड पेंशन की मांग की है. कामरेड शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि गारंटीड पेंशन की बहाली के लिए आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा नहीं कर देती. मंगलवार को की प्रांतीय हुंकार रैली में बड़ी संख्या में केंद्र और राज्य कर्मचारी और शिक्षक हिस्सा लेंगे. राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष कामरेड हरि किशोर तिवारी ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद और इससे संबंधित सभी यूनियन और एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के 35 जिलों में पेंशन रथयात्रा निकाल चुके हैं. मंगलवार को होने वाली हुंकार रैली में बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल होंगे.

यह भी पढ़ें : नगर निगम की कार्यकारिणी में कई बड़े फैसले, शहर के विकास को मिलेगी रफ्तार

पुरानी पेंशन बहाली को लेकर लखनऊ में हुंकार रैली आज. देखें खबर

लखनऊ : पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर मंगलवार को लखनऊ में बड़ी संख्या में कर्मचारी हुंकार भरेंगे. पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के नेतृत्व में हुंकार रैली चारबाग के रेलवे स्टेडियम में आयोजित की जा रही है. इस रैली में एक लाख कर्मचारियों के जुटने की उम्मीद जताई गई है. रैली में रेलवे, शिक्षक, दूरदर्शन, आकाशवाणी और अन्य विभागों के कर्मचारी शामिल होने पहुंच रहे हैं. संयुक्त मंच के पदाधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार पर पुरानी पेंशन बहाली को लेकर दबाव बनाया जाएगा. रेलकर्मियों की तरफ से सरकार को चेतावनी दी गई है कि अगर पुरानी पेंशन बहाली नहीं होती है तो रेल हड़ताल करने से भी पीछे नहीं हटा जाएगा. सोमवार को लखनऊ के चारबाग स्थित रेल यूनियन कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंच के राष्ट्रीय संयोजक व ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने यह जानकारी दी.

पुरानी पेंशन के लिए हुंकार भरेंगे लाखों कर्मचारी.
पुरानी पेंशन के लिए हुंकार भरेंगे लाखों कर्मचारी.
न्यू पेंशन स्कीम के सरकार के दावे खोखलेशिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि एक जनवरी 2004 के बाद सरकारी सेवा में आए कर्मचारियों के लिए न्यू पेंशन स्कीम एक छलावा साबित हुई है और जो भी कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं उनके साथ भारी अन्याय किया जा रहा है. सरकारी कर्मचारी 30 से 40 वर्ष की सेवा देकर स्वयं व आश्रितों को पेंशन के सहारे सामाजिक सुरक्षा का अधिकारी बनता था. जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने भी उचित ठहराया था, लेकिन वर्तमान सरकार आर्थिक बोझ के नाम पर इससे बचना चाह रही है. नई पेंशन स्कीम लागू किए जाते समय इसे अत्यंत आकर्षक और लाभदाई बताया गया था, लेकिन सरकार के इस संबंध में सभी दावे खोखले साबित हुए.

23 मार्च 2023 को वित्त मंत्री ने न्यू पेंशन स्कीम की समीक्षा के लिए एक समिति गठित किए जाने की घोषणा भी की थी और उसकी बैठक भी 9 जून को हो चुकी है. जिसमें उन्होंने न्यू पेंशन स्कीम को किसी भी स्थिति में स्वीकार करने से इनकार कर गारंटीड पेंशन की मांग की है. कामरेड शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि गारंटीड पेंशन की बहाली के लिए आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा नहीं कर देती. मंगलवार को की प्रांतीय हुंकार रैली में बड़ी संख्या में केंद्र और राज्य कर्मचारी और शिक्षक हिस्सा लेंगे. राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष कामरेड हरि किशोर तिवारी ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद और इससे संबंधित सभी यूनियन और एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के 35 जिलों में पेंशन रथयात्रा निकाल चुके हैं. मंगलवार को होने वाली हुंकार रैली में बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल होंगे.

यह भी पढ़ें : नगर निगम की कार्यकारिणी में कई बड़े फैसले, शहर के विकास को मिलेगी रफ्तार

Last Updated : Jun 27, 2023, 12:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.