लखनऊ: राजधानी में ट्रेन संख्या 02392 श्रमजीवी सुपरफास्ट कोविड-19 स्पेशल ट्रेन में 24 सितंबर को वेटिंग टिकट के यात्रियों का टिकट कन्फर्म कर दिया गया. रात्रि में यात्री श्रमजीवी एक्सप्रेस में जब सफर करने रात में स्टेशन पहुंचे तो वह अपनी बोगी ढूंढते रहे. काफी मशक्कत के बाद जब उन्हें जानकारी मिली कि ट्रेन में बोगी लगी ही नहीं है, तो उनके होश फाख्ता हो गए. ट्रेन में बोगी नहीं और यात्रियों के वेटिंग टिकट को कंफर्म करते हुए बोगी नंबर डी-05 में बर्थ दे दिया गया. मामला एक दिन पहले गुरुवार को लखनऊ से बक्सर जा रही श्रमजीवी सुपरफास्ट ट्रेन का है.
यात्री अजीत कुमार सिंह ने रेलवे की इस लापरवाही पर रेल मंत्री पियूष गोयल को ट्वीट करके शिकायत दर्ज कराई है. यात्री ने बताया कि 24 से ज्यादा यात्री इस लापरवाही से परेशान हुए हैं. मजबूरी में सभी यात्रियों ने दिव्यांग कोच और अन्य कोच में खड़े होकर सफर किया. रेल प्रशासन के संज्ञान में मामला आने के बाद हड़कंप मच गया. आनन-फानन में उत्तर रेलवे के जन सम्पर्क अधिकारी ने मामले को गलत ठहराते हुए सफाई दी. ट्रेन संख्या 02392 श्रमजीवी सुपरफास्ट कोविड-19 स्पेशल ट्रेन में 24 सितंबर को वेटिंग टिकट के यात्रियों का टिकट कन्फर्म कर दिया गया और जब यात्री सफर करने के लिए अपने परिवार के साथ ट्रेन में सवार हुए तो पता चला कि कोच ही नहीं है. सवाल यह उठता है कि जब कोच ही नहीं तो टिकट कैसे कन्फर्म हो गया.