लखनऊः आंदोलनरत अभ्यर्थी शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा. इस दौरान शिक्षक अभ्यर्थियों ने बताया कि 22 मई 2021 से अभी तक वे धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. शासन-प्रशासन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है. अपने हक की आवाज उठाने पर उन पर लाठियां बरसाई गईं.
एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव से मिलकर अभ्यर्थी शिक्षकों के नेता विजय प्रताप, अमरेंद्र सिंह, मनोज प्रजापति, लोहा सिंह पटेल, राहुल मौर्य ने कहा कि उनका भरोसा अखिलेश यादव पर है. इसी भरोसे से वे उनसे मिलने आए हैं. 21 जुलाई को बीजेपी सरकार के मुख्यमंत्री से बात करने गए तो उन पर लाठियां चलीं. उनकी मांग है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट लागू करते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग को प्राप्त संविधान प्रदत्त 27 फीसदी आरक्षण देकर नियुक्ति प्रदान की जाए.
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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिक्षक अभ्यर्थियों से कहा कि बीजेपी सामाजिक न्याय के खिलाफ षडयंत्र कर रही है. जिनका हक है उनको वंचित किया जा रहा है. बीजेपी कभी निष्पक्ष ढंग से काम नहीं कर सकती है. वो किसी को हक और सम्मान नहीं देना चाहती है, वो लोगों को प्रताड़ित करती है. यादव ने कहा कि अभ्यर्थी शिक्षकों की समस्या के समाधान के बजाय बीजेपी सरकार उन्हें डराने-धमकाने का काम कर रही है. उसका ये कृत्य अलोकतांत्रिक और अन्यापूर्ण है. इस अवसर पर नेता विरोधी दल विधानसभा रामगोविन्द चौधरी, राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा, डॉक्टर राजपाल कश्यप, लीलावती कुशवाहा, एडवोकेट आईपी सिंह भी उपस्थित थे.