लखनऊ : उत्तर प्रदेश में प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों के विकास के लिए प्रदेश सरकार की ओर से लगातार काम किया जा रहा है. प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 'इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने मिर्जापुर जिले में स्थित मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर के समीप स्थित गंगा नदी के किनारे पक्का स्नान घाट और पाथवे बनाने के लिए करीब 48 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया है. इसके तहत सरकार ने बजट की पहली किस्त के रूप में साढे़ पांच करोड़ रुपए भी जारी कर दिए हैं. इस बजट से मंदिर के पास स्थित गंगा नदी व आसपास श्रद्धालुओं और पर्यटकों की दृष्टि से सभी सुविधाओं को विकसित किया जाएगा.'
नवरात्रों में श्रद्धालुओं की होती है भारी भीड़ : मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 'मां विंध्यवासिनी धाम की महिमा का वर्णन मार्कण्डेय पुराण, देवी भागवत पुराण के साथ-साथ हिंदू धर्म के विभिन्न धार्मिक ग्रंथों में मिलता है. मां विंध्यवासिनी के दरबार में दर्शन करने के लिए उत्तर प्रदेश के अलावा आसपास के राज्यों बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान समेत कई हिस्सों से भारी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं. साल में पड़ने वाले दोनों नवरात्रों में यहां पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है. इसके अलावा यहां पर मुंडन संस्कार करने के लिए देश के काफी बड़े हिस्से से लोग आते हैं.'
पक्का स्नान घाट का कराया जाएगा निर्माण : मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 'विंध्यवासिनी धाम के उत्तर दिशा में गंगा नदी बहती है. इस बजट से नदी के किनारे पक्का स्नान घाट, पाथवे का निर्माण कराया जाएगा. इसके अलावा चेंजिंग रूम, छतरी, टॉयलेट, काफर डैम और जल निकासी समेत कई विकास परियोजनाएं यहां पर होंगी. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में बीते कुछ वर्षों से पर्यटन के क्षेत्र में काफी तेजी देखने को मिली है. वर्ष 2022 में जहां उत्तर प्रदेश में 31 करोड़ 85 लाख से अधिक पर्यटक आए थे. यह साल 2021 की तुलना में 180% अधिक था. उन्होंने बताया कि पिछले साल विंध्याचल में करीब 47 लाख से ज्यादा पर्यटक आए थे. इस तरफ प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में विंध्याचल का एक अहम रोल है. उन्होंने कहा कि पर्यटन सुविधाओं पर सरकार का विशेष जोर है. मां विंध्यवासिनी धाम में दर्शन पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो इसके लिए सरकार ने इस बजट का प्रावधान किया है.'