भोपाल : दरअसल सिने स्टार कमल हासन ने तमिलनाडु में चुनाव प्रचार के दौरान नाथूराम गोडसे को आजाद भारत का पहला हिंदू आतंकवादी करार दिया था, जिसने महात्मा गांधी की हत्या की थी जिसके बाद कट्टर हिंदूवादी छवि रखने वाले संगठनों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. मामला अभी थमा भी नहीं था कि बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा के बयान से नया सियासी तूफान खड़ा हो गया है.
क्या कहा साध्वी प्रज्ञा ने...
कमल हासन के बयान की प्रतिक्रिया देते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा 'नाथूराम गोडसे देशभक्त हैं और देशभक्त ही रहेंगे. उनको आतंकवादी कहने वाले लोगों को अपने गिरेबां में झांककर देखना चाहिए'
बैकफुट पर आई बीजेपी
साध्वी प्रज्ञा के इस विवादित बयान पर बीजेपी बैकफुट पर आ गई है. बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा के बयान की कड़ी निंदा की है. बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, 'साध्वी प्रज्ञा के बयान से बीजेपी सहमत नहीं है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. इस मामले में पार्टी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से जवाब मांगेगी. उनको अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.'
दिग्विजय सिंह ने साधा निशाना
भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने साध्वी प्रज्ञा पर निशाना साधते हुए कहा कि 'मैं प्रज्ञा ठाकुर के बयान की निंदा करता हूं. नाथूराम गोडसे एक हत्यारा था, उसका महिमामंडन करना देशभक्ति नहीं बल्कि देशद्रोह है. उन्होंने कहा कि 'अमित शाह और पीएम मोदी को अपना पक्ष रखना चाहिए और इसके लिए माफी मांगनी चाहिए'.
प्रज्ञा के बयान के बाद कांग्रेस हमलावर
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रज्ञा के बयान के बाद बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि गोडसे के उत्तराधिकारी भारत की आत्मा पर हमला कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त और शहीद हेमंत करकरे को राष्ट्रद्रोही बता रहे हैं.