लखनऊ: उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने यूपी के मदरसों को आठ बिंदुओं पर सख्त आदेश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि 15 अगस्त को मदरसों को झंडारोहण के साथ राष्ट्रगान गाने समेत और भी कई जानकारियों की वीडियो मांगा गया है. वहीं यह आदेश आने के बाद से उत्तर प्रदेश के मदरसों और तमाम मौलानाओं की ओर से प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.
मदरसों को जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है: शिया धर्मगुरू
शिया धर्मगुरु मौलाना अब्बास ने पूरे मामले को लेकर कहा कि जानबूझकर मदरसों को टारगेट किया जा रहा है. आगे उन्होंने कहा कि यह एडवाइजरी सभी शिक्षण संस्थानों के लिए जारी होना चाहिए न कि सिर्फ मदरसों के लिए. सैफ अब्बास ने कहा कि सरकार को मदरसा टीचरों की बकाया तनख्वाह पर भी गौर करना चाहिए और इस तरह के फरमान केवल मदरसों की देश भक्ति चेक करने के लिए जारी किए जा रहे हैं.
हर साल की तरह इस बार भी होगा ध्वाजारोहण: सुन्नी धर्मगुरू
दारुल उलूम फिरंगी महल के सरपरस्त मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली का कहना है कि देश की आजादी के बाद से देशभर के सभी मदरसों में झंडा फहराया जाता है और राष्ट्रगान भी गाया जाता है. हर साल 26 जनवरी और 15 अगस्त के मौके पर झंडारोहण करने के साथ ही देश भक्ति की तकरीर भी की जाती है. इसी के साथ उन्होंने सभी मदरसा संचालकों से अपील की है कि वह हर साल की तरह इस साल भी ध्वजारोहण जरूर करें, जिससे किसी को भी एतराज का कोई मौका न मिल पाए.
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मदरसा शिक्षकों ने बताया गलत बयानबाजी
मदरसे में पढ़ाने वाले कारी मुश्ताक का कहना है कि मदरसों को लेकर गलत बयानबाजी की जाती रही है. मदरसे हमेशा से ही आजादी की तहरीक में अपना अहम किरदार निभाते रहे हैं और स्वतंत्रता दिवस के साथ गणतंत्र दिवस भी बड़े धूम-धाम से मनाते रहे हैं. वहीं मदरसे से जुड़े मौलाना अबुल लतीफ का कहना है कि देश की आजादी के वक्त से सभी मदरसों में राष्ट्रगान से लेकर झंडारोहण होता चला आया है, लेकिन मदरसों को लेकर हर बार बयानबाजी आना समझ से परे है.