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लखनऊ: सबका साथ-सबका विश्वास, लेकिन बजट ने तोड़ी आस

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2020-21 के लिए आम बजट पेश किया. इस बजट पर राजधानी लखनऊ से मिलीजुली प्रतिक्रिया आई. देखें पूरी रिपोर्ट...

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Published : Feb 1, 2020, 5:38 PM IST

Updated : Feb 1, 2020, 11:10 PM IST

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बजट 2020

लखनऊ: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट में किसानों के लिए कई योजनाओं का जिक्र किया गया है. किसानों की आय को दोगुना करने के लिए कई योजनाएं चालू करने की बात भी कही गई है. इस बजट में मुख्यतः किसानों को सोलर पंप सिंचाई से वंचित गांव में सिंचाई की व्यवस्था, उड़ान योजना सहित कई अन्य योजनाओं के जरिए लुभाने की कोशिश की गई है.


बजट पर बोले यूपी के किसान, ऊंची दुकान फीके पकवान
किसानों ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जो सोलर पंप की योजना है उसका लाभ तो किसानों को मिलेगा, लेकिन जो अन्य योजनाएं जैसे उड़ान और रेल योजना है उससे किसानों को विशेष फायदा होने की उम्मीद नहीं है. किसानों ने कहा कि हम सबसे ज्यादा छुट्टा जानवरों से परेशान हैं, सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. जब किसान की फसल ही नहीं बचेगी तो आय दोगुनी कैसे होगी.

बजट पर लखनऊ वासियों की प्रतिक्रिया.


सीता के बजट से खुश नहीं है यूपी की 'गृहलक्ष्मी'
बजट से परिवारों की अपेक्षाओं और उसके असर के बारे में ईटीवी भारत ने बातचीत की. एक परिवार के सदस्यों ने कहा कि आर्थिक व्यवस्था के लिहाज से यह काफी मुश्किल बजट है. शिक्षा प्रणाली में नई नीति लागू होने की बात सामने आई है. इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में हमारे शहर में ही कहीं बाहर के स्कूल और कॉलेज खुल सकते हैं. इससे सकारात्मक परिणाम भी दिख सकते हैं. साथ ही कहीं न कहीं इससे रोजगार के नए अवसर भी देखने को मिल सकते हैं.

बजट पर लखनऊ वासियों की प्रतिक्रिया.


शिक्षा में एफडीआई, छात्रों को रास न आई
बजट पर लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रतिक्रिया दी. छात्रों ने कहा कि एफडीआई की कोई जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार को चाहिए कि जो स्कूल पहले से चल रहे हैं, उन्हें और विकसित किया जाए और तमाम सुविधाएं दी जाएं. एक छात्र ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा क्षेत्र में एफडीआई आने से भारतीय संस्कृति पर हमला होगा. भारतीय संस्कृति खत्म हो जाएगी, जो भी विदेशी स्कूल खोले जाएंगे, वह अपनी संस्कृति को बढ़ाएंगे और भारतीय संस्कृति को पीछे धकेलने का काम करेंगे.

बजट पर लखनऊ वासियों की प्रतिक्रिया.

ये भी पढ़ें- बजट-2020 पर बोली यूपी की जनता

लखनऊ: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट में किसानों के लिए कई योजनाओं का जिक्र किया गया है. किसानों की आय को दोगुना करने के लिए कई योजनाएं चालू करने की बात भी कही गई है. इस बजट में मुख्यतः किसानों को सोलर पंप सिंचाई से वंचित गांव में सिंचाई की व्यवस्था, उड़ान योजना सहित कई अन्य योजनाओं के जरिए लुभाने की कोशिश की गई है.


बजट पर बोले यूपी के किसान, ऊंची दुकान फीके पकवान
किसानों ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जो सोलर पंप की योजना है उसका लाभ तो किसानों को मिलेगा, लेकिन जो अन्य योजनाएं जैसे उड़ान और रेल योजना है उससे किसानों को विशेष फायदा होने की उम्मीद नहीं है. किसानों ने कहा कि हम सबसे ज्यादा छुट्टा जानवरों से परेशान हैं, सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. जब किसान की फसल ही नहीं बचेगी तो आय दोगुनी कैसे होगी.

बजट पर लखनऊ वासियों की प्रतिक्रिया.


सीता के बजट से खुश नहीं है यूपी की 'गृहलक्ष्मी'
बजट से परिवारों की अपेक्षाओं और उसके असर के बारे में ईटीवी भारत ने बातचीत की. एक परिवार के सदस्यों ने कहा कि आर्थिक व्यवस्था के लिहाज से यह काफी मुश्किल बजट है. शिक्षा प्रणाली में नई नीति लागू होने की बात सामने आई है. इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में हमारे शहर में ही कहीं बाहर के स्कूल और कॉलेज खुल सकते हैं. इससे सकारात्मक परिणाम भी दिख सकते हैं. साथ ही कहीं न कहीं इससे रोजगार के नए अवसर भी देखने को मिल सकते हैं.

बजट पर लखनऊ वासियों की प्रतिक्रिया.


शिक्षा में एफडीआई, छात्रों को रास न आई
बजट पर लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रतिक्रिया दी. छात्रों ने कहा कि एफडीआई की कोई जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार को चाहिए कि जो स्कूल पहले से चल रहे हैं, उन्हें और विकसित किया जाए और तमाम सुविधाएं दी जाएं. एक छात्र ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा क्षेत्र में एफडीआई आने से भारतीय संस्कृति पर हमला होगा. भारतीय संस्कृति खत्म हो जाएगी, जो भी विदेशी स्कूल खोले जाएंगे, वह अपनी संस्कृति को बढ़ाएंगे और भारतीय संस्कृति को पीछे धकेलने का काम करेंगे.

बजट पर लखनऊ वासियों की प्रतिक्रिया.

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Intro:स्पेशल स्टोरी

लखनऊ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2020-21 के लिए आम बजट पेश किया। इस बजट में उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी घोषणा की।

सीतारमन ने कहा कि इस साल कई शिक्षण संस्थाएं खोले जाएंगे। ऑनलाइन शिक्षा पर भी जोड़ देते हुए उन्होंने कहा कि इस बार शिक्षा में एफडीआई लाई जाएगी। इससे विदेशी स्कूल खुलने के रास्ते साफ हो जाएंगे।


Body: पेश किया आम बजट

आम बजट पेश करते हुए सबसे पहले वित्त मंत्री सीतारमण ने कश्मीरी कविता पढ़ी। इसके बाद उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बड़े ऐलान किए। इस बजट में उन्होंने कहा की नई संस्थाएं खोलने की पहल की जाएगी। इसके साथ-साथ उन्होंने ऑनलाइन शिक्षा पर भी ऐलान करते हुए कहा इस पर जोर दिया जाएगा।

एफडीआई का भी किया जिक्र

वित्त मंत्री ने आम बजट में शिक्षा के क्षेत्र में एफडीआई की भी घोषणा की। उन्होंने कहा शिक्षा के क्षेत्र में एफडीआई लाई जाएगा। इसके तहत कई आकर्षक कदम उठाए जाएंगे एफडीआई आने से देश में विदेशी स्कूलों के खुलने के रास्ते साफ हो जाएंगे।

छात्रों ने दी प्रतिक्रिया

इस मामले में जब हमने लखनऊ यूनिवर्सिटी के कई छात्रों से बात की तो तमाम प्रतिक्रिया सामने आईं। एक छात्र ने कहा कि एफडीआई की कोई जरूरत नहीं है। केंद्र की मोदी सरकार को को चाहिए कि जो स्कूल पहले से चल रहे हैं उन्हीं को और विकसित किया जाए तमाम सुविधाएं दी जाएं।

मोदी सरकार पर बोला हमला

लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्र ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा यह सरकार यूनिवर्सिटी ओं को बर्बाद करने पर तुली है। कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। बच्चों के भविष्य पर दांव लगा रही है। एफडीआई एक सरासर गलत कदम है।

कुछ नहीं इस प्रयास को सराहा

वही ईटीवी भारत से बात करते हुए कुछ छात्रों ने मोदी सरकार के इस प्रयास को सराहा। उन्होंने कहा इससे इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा मिलेगा। तमाम सुविधाएं मिलेंगी। विदेशी स्कूल खुलेंगे। नए प्रयोग सामने आएंगे।

भारतीय संस्कृति पर हमला

वहीं एक छात्र ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा क्षेत्र में एफडीआई आने से भारतीय संस्कृति पर हमला होगा। भारतीय संस्कृति खत्म हो जाएगी। जो भी विदेशी स्कूल खोले जाएंगे। वह अपनी संस्कृति को बढ़ाएंगे और भारतीय संस्कृति को पीछे धकेलने का काम करेंगे। इससे हमारा देश काफी नुकसान झेलेगा।


Conclusion:केंद्र की मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया है। वित्त मंत्री सीतारमण ने कई घोषणाएं की। उनकी एक घोषणा शिक्षा के क्षेत्र में थी जो एफडीआई पर थी। शिक्षा के क्षेत्र में एफडीआई आने से विदेशी स्कूल यहां खुले जाएंगे।

अनुराग मिश्र

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Last Updated : Feb 1, 2020, 11:10 PM IST
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