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लोगों की बस एक मांग, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बनाया जाए सख्त कानून

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में ईटीवी भारत ने उन्नाव पीड़िता की मौत के बाद ये जानने की कोशिश की लोगों को अब सरकार से क्या अपेक्षा है. हालांकि लोगों ने सख्त कानून बनाने का बात कही है.

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लोगों में दिख रहा काफी आक्रोश.
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Published : Dec 7, 2019, 3:05 PM IST

लखनऊ: उन्नाव की बेटी ने बीती रात अपने साथ हुए अपराध के न्याय की गुहार लगाते हुए दम तोड़ दिया. इस सिलसिले में शनिवार को ईटीवी भारत राजधानी ने जाना कि हैदराबाद पुलिस कि तरह इस मामले पर भी लोग कानून व्यवस्था से क्या अपेक्षा रखते हैं. इन अपेक्षाओं में ज्यादातर लोगों ने हैदराबाद पुलिस का समर्थन किया और सख्त कानून को धरातल पर लाए जाने की बात भी कही.

लोगों में दिख रहा काफी आक्रोश.

क्या है लोगों की अपेक्षा

  • ईटीवी भारत ने लोगों से यह जानने की कोशिश कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे हिंसा और रेप के मामलों में सरकार के द्वारा क्या कदम उठाए जाने चाहिए.
  • इनमें ज्यादातर लोगों ने यह कहा कि हैदराबाद में जो हुआ वह रेप के दोषियों के लिए बिल्कुल सही सजा है और उत्तर प्रदेश में भी लागू होना चाहिए.
  • इससे महिलाओं के खिलाफ बढ़ रही हिंसा को कम किया जा सकता है.
  • युवाओं ने कहा कि यहां सालों-साल तारीख मिलती है और 'जस्टिस डिलेड इस जस्टिस डिनाइड' वाली कहावत चरितार्थ हो जाती है.
  • हैदराबाद पुलिस ने दोषियों को जो सजा दी वह वाकई लोगों के दिलों में डर पैदा कर सकता है.
  • तारीख पर तारीख मिलने से ज्यादा बेहतर है कि अपराधियों के दिलों में इस बात का डर कायम किया जाए.

इसे भी पढ़ें- उन्नाव रेपकांड के विरोध में मां ने बेटी को जलाने के लिए छिड़का पेट्रोल, गिरफ्तार

लखनऊ: उन्नाव की बेटी ने बीती रात अपने साथ हुए अपराध के न्याय की गुहार लगाते हुए दम तोड़ दिया. इस सिलसिले में शनिवार को ईटीवी भारत राजधानी ने जाना कि हैदराबाद पुलिस कि तरह इस मामले पर भी लोग कानून व्यवस्था से क्या अपेक्षा रखते हैं. इन अपेक्षाओं में ज्यादातर लोगों ने हैदराबाद पुलिस का समर्थन किया और सख्त कानून को धरातल पर लाए जाने की बात भी कही.

लोगों में दिख रहा काफी आक्रोश.

क्या है लोगों की अपेक्षा

  • ईटीवी भारत ने लोगों से यह जानने की कोशिश कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे हिंसा और रेप के मामलों में सरकार के द्वारा क्या कदम उठाए जाने चाहिए.
  • इनमें ज्यादातर लोगों ने यह कहा कि हैदराबाद में जो हुआ वह रेप के दोषियों के लिए बिल्कुल सही सजा है और उत्तर प्रदेश में भी लागू होना चाहिए.
  • इससे महिलाओं के खिलाफ बढ़ रही हिंसा को कम किया जा सकता है.
  • युवाओं ने कहा कि यहां सालों-साल तारीख मिलती है और 'जस्टिस डिलेड इस जस्टिस डिनाइड' वाली कहावत चरितार्थ हो जाती है.
  • हैदराबाद पुलिस ने दोषियों को जो सजा दी वह वाकई लोगों के दिलों में डर पैदा कर सकता है.
  • तारीख पर तारीख मिलने से ज्यादा बेहतर है कि अपराधियों के दिलों में इस बात का डर कायम किया जाए.

इसे भी पढ़ें- उन्नाव रेपकांड के विरोध में मां ने बेटी को जलाने के लिए छिड़का पेट्रोल, गिरफ्तार

Intro:लखनऊ। उन्नाव की बेटी ने बीती रात अपने साथ हुए अपराध के न्याय की गुहार लगाते हुए दम तोड़ दिया। इस सिलसिले में आज ईटीवी भारत राजधानी की सड़कों पर निकला और जाने की कोशिश की कि हैदराबाद पुलिस की तरह इस मामले पर भी लोग कानून व्यवस्था से क्या अपेक्षा रखते हैं इन अपेक्षाओं में ज्यादातर लोगों ने हैदराबाद पुलिस का समर्थन किया और सख्त कानून को धरातल पर लाए जाने की बात भी कही।


Body:वीओ1

रानी की सड़कों पर ईटीवी भारत संवाददाता अलग-अलग लोगों से यह जानने की कोशिश की कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे हिंसा और रेप के मामलों में सरकार के द्वारा क्या कदम उठाए जाने चाहिए। इनमें ज्यादातर लोगों ने यह कहा कि हैदराबाद में जो हुआ वह रेप के दोषियों के लिए बिल्कुल सही सजा है और ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश में भी लागू होना चाहिए तभी महिलाओं के खिलाफ बढ़ रही हिंसा को कम किया जा सकता है। कुछ युवाओं ने यह भी कहा कि वैसे तो सालों साल यहां तारीख मिलती है और ' जस्टिस डिलेड इस जस्टिस डिनाइड' वाली कहावत चरितार्थ हो जाती है। तो ऐसे में अगर हैदराबाद पुलिस ने दोषियों को सजा दी को यह वाकई लोगों के दिलों में डर पैदा कर सकता है और तारीख पर तारीख मिलने से ज्यादा बेहतर है कि अपराधियों के दिलों में इस बात का डर कायम किया जाए कि उनका एक गलत कदम उनकी जान पर बन सकता है।


Conclusion:उन्नाव की बेटी तो न्याय की गुहार करते हुए चल बसी लेकिन लोगों के दिलों में इसके प्रति आक्रोश साफ तौर पर देखा जा सकता है। युवा से लेकर बुजुर्ग तक सभी चाहते हैं कि न्याय जल्दी हो और सही हो।

लोगों के रिएक्शन के साथ वॉकथ्रू।

रामांशी मिश्रा
9598003584
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