लखनऊ: उज्जैन के महाकाल मंदिर से हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के पकड़े जाने पर राष्ट्रीय लोक दल ने सरकार पर सवालिया निशान खड़े किए हैं. रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि जिस तरह आसानी से विकास दुबे का सरेंडर हुआ है, उससे स्पष्ट है कि हिस्ट्रीशीटर को सरकार का संरक्षण प्राप्त है.
उन्होंने कहा कि इस मामले का सच तभी सामने आएगा जब हाई कोर्ट की निगरानी में इसकी उच्चस्तरीय जांच होगी. यह नेता, अपराधी और पुलिस का गठजोड़ है. विकास दुबे का उज्जैन में सरेंडर होना इसी गठजोड़ का नतीजा है. उन्होंने कहा कि शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार को हर हाल में न्याय मिलना चाहिए.
कानपुर जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर बिकरु गांव है. पिछले हफ्ते इसी गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग की गई थी. इसमें डीएसपी बिल्हौर समेत आठ पुलिसकर्मियों की जान चली गई थी. करीब रात 12:00 बजे के आसपास पांच थानों की फोर्स बिल्हौर डीएसपी देवेंद्र कुमार के नेतृत्व में पहुंची थी. इसके बाद से हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे फरार चल रहा था. गुरुवार सुबह मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया है.