प्रयागराज : राष्ट्रीय किसान मंच आगामी सितंबर के महीने में देश भर के किसानों को प्रयागराज में इकट्ठा करेगा और कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगा. प्रयागराज में राष्ट्रीय किसान मंच के प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुरेंद्र बख्शी ने कहा कि हमारा मकसद केंद्र और राज्य की सरकारों को यह संदेश देने का है कि देश के कुछ प्रदेशों या कुछ जिलों के ही किसान इस कृषि बिल के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि पूरा देश इसके खिलाफ है.
सुरेंद्र बख्शी ने कहा "आज देश का हर वर्ग परेशान है. चाहे वो किसान, मजदूर या बेरोजगार युवा हो. कोविड के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुए हैं. कोविड ने रोजगार के मुद्दे पर पूरी तरह फेल सरकार की नाकामियों को छुपाने में बड़ा सहयोग किया. किसान को बीज लेना हो, कीटनाशक लेना हो या खाद लेनी हो तत्काल भुगतान करना होता हैं, लेकिन सराकर किसानों के पैसों का भुगतान रोके रहती हैं." आगे उन्होंने कहा कि "हम पूरे पूर्वांचल, बिहार और आधे मध्य प्रदेश को किसानों को आवाहन करके बुलाएंगे. इस आंदोलन के जरिए एक केंद्र सरकार को बड़ा संदेश दिया जाएगा कि देश भर का किसान इस बिल के खिलाफ है. आंदोलन के दिनांक की घोषणा जल्द ही लखनऊ में राष्ट्रीय अध्यक्ष पंं. शेखर दीक्षित जी द्वारा निर्धारित की जाएगी.
राष्ट्रीय किसान मंच के प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुरेंद्र बख्शी ने कहा कि "किसान बिल में जो समस्याएं है और इसके नाम पर जो सरकार और सरकार के लोग भ्रम फैला रहे हैं वो न किसानों को न ही किसान नेताओं को मंजूर होगा. इसके लिए एक देशव्यापी आंदोलन होगा. यदि सरकार ने इस बिल को वापस नहीं लिया तो ये बिल उनके कार्यकाल में ताबूत की आखिरी कील साबित होगी. पत्रकार वार्ता में पवन दूबे सदस्य प्रदेश कार्यसमिति, सर्वेश पाल सदस्य प्रदेश कार्यसमिति, सहित किसान मंच के कार्यकर्ता मौजूद रहे.