लखनऊ: राजधानी के घण्टा घर मैदान में आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय एकता अधिवेशन का आयोजन किया गया. आयोजन मेंडिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के साथ-साथ देश-विदेश से आए शिया, सुन्नी,सूफी मौलानाओं और सभी धर्मों के धर्मगुरुओं ने शिरकत की.
मौलाना कल्बे जव्वाद की अगुवाई में आयोजित किएगए इस अधिवेशन में आतंकवाद और कश्मीर के पुलवामा मेंहुए आतंकवादी हमले के विरोध में सभी शिया, सुन्नी और सूफीमौलाना एक साथ मंच पर नजर आए. यही नहीं और भी धर्मों के धर्मगुरुओं ने भी इस अधिवेशन में भाग लिया. अधिवेशन मेंआतंकवाद केखात्मे और देश में अमन चैन के लिएसभी धर्मगुरुओं ने लोगों को जागरुककिया. इस दौरान आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
अशफाक उल्ला खां का देश है भारत
अधिवेशनमें उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा किभारत अशफाक उल्ला खां का देश है. दिनेश शर्मा ने कहा कि जो लोगदेश के टुकड़े होंगेके नारे लगाते हैं उन्हें देखना चाहिएकि लखनऊ क्या है ? दिनेश शर्मा ने कहा कि आतंकवाद का धर्म नहीं होता है. जिस तरह से आतंकियों ने पुलवामा में जवानों परहमला किया उसका आक्रोश पूरे देश में है. हमें खुशी है कि देश मेंफिर से एकता उमड़ी है.भारतएक देश है.वहजाति और धर्म पर नहीं बंटेगा.
आतंकवाद का नहीं होता कोईधर्म
इस दौरान मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा किआतंकवादी ये नहीं देखतेकि कौन मर रहा है ?कल्बे जव्वाद ने कहा कि पुलवामा में जो हमला हुआ है,इसमें मुस्लिम भी थे, लेकिन इनका कोई धर्म नहीं है.ये लोग इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.कल्बे जव्वाद ने कहा कि इस हमले मेंपाकिस्तान का बहुत बड़ा हाथ है. आतंकवादियों के सिर पर कई मुल्कों का हाथ है, जो इसके लिए फंडिंग कर रहे हैं. हमारी सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए.
पूरी दुनिया के लिए खतराबना आतंकवाद
अधिवेशन में आएहिंदू धर्मगुरु स्वामी सारंग ने कहा किआतंकवाद हमारे देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा नासूर है. इसको हम सबको मिलकर एक साथ मिटाने की कोशिश करनी होगी, जिससे देश के साथ-साथ दुनिया में भी अमन और चैन बरकरार रह सके. वहींशिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद की अध्यक्षता में होने वाले इस अधिवेशनमें बड़ी तादाद में लोगों ने शिरकत की.