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राज्यों को निर्देश, मिड-डे-मील योजना में लापरवाही नहीं होनी चाहिए: निशंक - रमेश पोखरियाल निशंक ने ईटीवी से की बातचीत

राजधानी में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ईटीवी भारत से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने शिक्षा और मिड-डे-मील से जुड़े मामलों पर जानकारी दी.

रमेश पोखरियाल निशंक ने ईटीवी से की खास बातचीत.
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Published : Sep 6, 2019, 7:53 PM IST

Updated : Sep 6, 2019, 10:58 PM IST

लखनऊ: शुक्रवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक लखनऊ दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों में मिड डे मील में गड़बड़ी से लेकर उच्च शिक्षा में अध्यापकों की कमी के साथ ही अन्य विषयों पर ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने कहा कि देश में जल्द ही नई शिक्षा नीति लागू की जाएगी, जिससे आमूलचूल परिवर्तन की आशा है.

रमेश पोखरियाल निशंक ने ईटीवी से की खास बातचीत.

अध्यापकों के रिक्त पदों पर भर्ती तेज करने के लिए सभी राज्यों से आग्रह किया गया है. मिड डे मील के लिए सभी राज्यों को लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि भारत का मानव संसाधन विकास आज चीन और अमेरिका के बाद सबसे बड़ा है. हमारे प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज शिक्षा में विश्व रैंकिंग के लिए हमारे संस्थानों को तैयार किया जा रहा है. मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि सरकार ने ऐसे प्रतिष्ठा पूर्ण संस्थानों की घोषणा की है.

शिक्षा में सुधार की बात पर बोले-
स्कूली शिक्षा में नीचे से लेकर उच्च शिक्षा तक सुधर किया जा रहा है. उच्च शिक्षा में भी हम शिखर पर पहुंचे. शिक्षा रोजगार परक हो, प्रौद्योगिकी युक्त शिक्षा हो, ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में हमारे विद्यार्थी आगे हों, कौशल विकास का शुरू से ही शिक्षण हो, संस्कार युक्त शिक्षा हो, राष्ट्रीय भाव के साथ हो ऐसे नवाचार के साथ हम शिक्षा को आगे बढ़ाना चाहते हैं. गोमती नगर के केंद्रीय विद्यालय से बच्चों से बात की तो बहुत खुशी मिली. हर बच्चा आत्मविश्वास से भरा हुआ है.

नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार-
नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार हो गया है. उसमें बहुत सारे सुझाव और आए हैं. पिछले तीन-चार वर्षो में विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से परामर्श लिया गया है. वह चाहे शिक्षा क्षेत्र के हों, सामाजिक क्षेत्र हों, वैज्ञानिक क्षेत्र के हों. अभिभावक और बच्चों के परामर्श भी लिए गए हैं, उसका मसौदा तैयार किया गया है. हम जल्दी ही नई शिक्षा नीति को लागू करेंगे. नई शिक्षा नीति देश की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करेगी.

शिक्षकों की कमी पर कहा
प्राथमिक विद्यालय से उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्यापकों की कमी के सवाल पर मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि शिक्षकों की कमी दूर हो यह हमारा आग्रह रहा है. पीछे के दिनों में भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारे पद रिक्त थे. हमने सभी राज्यों से अनुरोध किया है कि जितने भी पद रिक्त हैं, उन्हें भरें. यह प्रक्रिया राज्य अपने स्तर पर कर भी रहे हैं.

मिड-डे-मील मामले पर बोले केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक-
मिड डे मील पर केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि यह राज्यों का विषय है. हमने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि मिड डे मील योजना को प्रभावी ढंग से लागू करें जिससे किसी भी प्रकार की शिकायत न आए. मिड डे मील बच्चों से जुड़ा हुआ विषय है. इसलिए मिड डे मील में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए.

लखनऊ: शुक्रवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक लखनऊ दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों में मिड डे मील में गड़बड़ी से लेकर उच्च शिक्षा में अध्यापकों की कमी के साथ ही अन्य विषयों पर ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने कहा कि देश में जल्द ही नई शिक्षा नीति लागू की जाएगी, जिससे आमूलचूल परिवर्तन की आशा है.

रमेश पोखरियाल निशंक ने ईटीवी से की खास बातचीत.

अध्यापकों के रिक्त पदों पर भर्ती तेज करने के लिए सभी राज्यों से आग्रह किया गया है. मिड डे मील के लिए सभी राज्यों को लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि भारत का मानव संसाधन विकास आज चीन और अमेरिका के बाद सबसे बड़ा है. हमारे प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज शिक्षा में विश्व रैंकिंग के लिए हमारे संस्थानों को तैयार किया जा रहा है. मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि सरकार ने ऐसे प्रतिष्ठा पूर्ण संस्थानों की घोषणा की है.

शिक्षा में सुधार की बात पर बोले-
स्कूली शिक्षा में नीचे से लेकर उच्च शिक्षा तक सुधर किया जा रहा है. उच्च शिक्षा में भी हम शिखर पर पहुंचे. शिक्षा रोजगार परक हो, प्रौद्योगिकी युक्त शिक्षा हो, ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में हमारे विद्यार्थी आगे हों, कौशल विकास का शुरू से ही शिक्षण हो, संस्कार युक्त शिक्षा हो, राष्ट्रीय भाव के साथ हो ऐसे नवाचार के साथ हम शिक्षा को आगे बढ़ाना चाहते हैं. गोमती नगर के केंद्रीय विद्यालय से बच्चों से बात की तो बहुत खुशी मिली. हर बच्चा आत्मविश्वास से भरा हुआ है.

नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार-
नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार हो गया है. उसमें बहुत सारे सुझाव और आए हैं. पिछले तीन-चार वर्षो में विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से परामर्श लिया गया है. वह चाहे शिक्षा क्षेत्र के हों, सामाजिक क्षेत्र हों, वैज्ञानिक क्षेत्र के हों. अभिभावक और बच्चों के परामर्श भी लिए गए हैं, उसका मसौदा तैयार किया गया है. हम जल्दी ही नई शिक्षा नीति को लागू करेंगे. नई शिक्षा नीति देश की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करेगी.

शिक्षकों की कमी पर कहा
प्राथमिक विद्यालय से उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्यापकों की कमी के सवाल पर मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि शिक्षकों की कमी दूर हो यह हमारा आग्रह रहा है. पीछे के दिनों में भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारे पद रिक्त थे. हमने सभी राज्यों से अनुरोध किया है कि जितने भी पद रिक्त हैं, उन्हें भरें. यह प्रक्रिया राज्य अपने स्तर पर कर भी रहे हैं.

मिड-डे-मील मामले पर बोले केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक-
मिड डे मील पर केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि यह राज्यों का विषय है. हमने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि मिड डे मील योजना को प्रभावी ढंग से लागू करें जिससे किसी भी प्रकार की शिकायत न आए. मिड डे मील बच्चों से जुड़ा हुआ विषय है. इसलिए मिड डे मील में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए.

Intro:नोट- स्क्रिप्ट का वीडियो फाइल लाईव यू से minister nishank one 2 one नाम से भेजी जा चुकी है।

लखनऊ। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक लखनऊ दौरे पर पहुंचे तो उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों में मिड डे मील में गड़बड़ी से लेकर उच्च शिक्षा में अध्यापकों की कमी तक, सभी विषयों पर ईटीवी भारत से बातचीत की। उन्होंने कहा कि देश में जल्द ही नई शिक्षा नीति लागू की जाएगी। जिससे आमूलचूल परिवर्तन की आशा है। अध्यापकों के रिक्त पदों पर भर्ती तेज करने के लिए सभी राज्यों से आग्रह किया गया है। वहीं मिड डे मील के लिए सभी राज्यों को इस योजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए गए हैं।


Body:उन्होंने कहा कि भारत का मानव संसाधन विकास आज चीन और अमेरिका के बाद सबसे बड़ा है। हमारे प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में, उनके मार्गदर्शन में आज शिक्षा में विश्व रैंकिंग के लिए हमारे संस्थानों को तैयार किया जा रहा है। आपको मालूम होगा कि कल ही सरकार ने कुछ ऐसे प्रतिष्ठा पूर्ण संस्थानों की घोषणा की है। उसे विश्व की रैंकिंग में ले जाने के लिए थोड़ा और बढ़ाएंगे तो उस स्तर पर जाएंगे।

यहां स्कूली शिक्षा नीचे से लेकर उच्च शिक्षा तक सुधर किया जा रहा है। उच्च शिक्षा में भी हम शिखर पर पहुंचे। शिक्षा रोजगार परक हो। प्रौद्योगिकी युक्त शिक्षा हो। ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में हमारे विद्यार्थी आगे हों। कौशल विकास का शुरू से ही शिक्षण हो। संस्कार युक्त शिक्षा हो। राष्ट्रीय भाव के साथ हो। हम नवाचार के साथ शिक्षा को आगे बढ़ाना चाहते हैं। गोमती नगर के केंद्रीय विद्यालय से बच्चों से बात की तो बहुत खुशी मिली। हर बच्चा आत्मविश्वास से भरा हुआ है। वह समझता है और हर चीज को वह कर भी रहा है।

नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार हो गया है। उसमें बहुत सारे सुझाव और आए हैं। पिछले तीन-चार वर्षो में विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से परामर्श लिया गया है। वह चाहे शिक्षा क्षेत्र के हों, सामाजिक क्षेत्र के, वैज्ञानिक क्षेत्र के हों। अभिभावक और बच्चों के परामर्श भी लिए गए हैं। उसका मसौदा तैयार किया गया है। हम जल्दी ही नई शिक्षा नीति को लागू करेंगे। नई शिक्षा नीति देश की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करेगी।

प्राथमिक विद्यालय से उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्यापकों की कमी के सवाल पर उन्होंने कहा कि शिक्षकों की कमी दूर हो यह हमारा आग्रह रहा है। पीछे के दिनों में भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारे पद रिक्त थे। हमने सभी राज्यों से अनुरोध किया है कि वह अपने जितने भी पद रिक्त हैं, उन्हें भरें। इसकी प्रक्रिया राज्य अपने स्तर पर कर भी रहे हैं।

मिड डे मील पर केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि यह राज्यों का विषय है लेकिन हमने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि मिडडेमील योजना को प्रभावी ढंग से लागू करें। किसी भी प्रकार की शिकायत ना आए। मिड डे मील बच्चों से जुड़ा हुआ है। बच्चों के भोजन से जुड़ा हुआ है। उनके भविष्य जुड़ा हुआ है। इसलिए उसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। ज्ञात हो कि यूपी में मिर्जापुर के एक प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को नमक रोटी परोसे जाने का वीडियो सामने आने पर बहुत बवाल हुआ था।


Conclusion:
Last Updated : Sep 6, 2019, 10:58 PM IST
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