लखनऊ: संघ के दफ्तरों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी राज मोहम्मद का संबंध पीएफआई से निकला है. तमिलनाडु से गिरफ्तार हुए राज मोहम्मद ने यूपी एटीएस की पूछताछ में बताया है कि 3 साल वो पीएफआई व एसडीपीआई के लिए काम कर चुका है. फिलहाल मोहम्मद को रिमांड पर लेकर एटीएस पूछताछ कर रही है.
देश के 6 आरएसएस दफ्तरों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला राज मोहम्मद ने यूपी एटीएस की पूछताछ में बताया कि वह 2018 से 2021 के बीच पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और फिर सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के सक्रिय सदस्य के तौर पर काम कर चुका है. हालांकि 2021 के बाद उसने क्या किया, इसका अभी तक उसने खुलासा नहीं किया है.
7 जून को संघ से जुड़े डॉ. नीलकंठ मणि पुजारी को व्हाट्सएप पर लखनऊ, नवाबगंज के अलावा कर्नाटक के 4 स्थानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. यह धमकी 3 भाषाओं में भेजी गई थी. जिसके बाद नीलकंठ ने मडियांव थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. धमकी को गंभीरता से लेते हुए यूपी एटीएस ने मामले की जांच शुरू की तो यूपी एटीएस ने तमिलनाडु पुलिस की मदद से धमकी देने वाले राज मोहम्मद को पुदुकोट्टाई से गिरफ्तार किया था. जिसके बाद उसे लखनऊ लाकर एटीएस रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है.
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