लखनऊ. एक तरफ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम कायाकल्प योजना के तहत बसों को दुरुस्त करने के दावे कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ बारिश निगम के अधिकारियों के इन दावों की पोल खोल दी है. महिला स्पेशल पिंक बस (Mahila Special Pink Bus) में छत से बारिश का पानी टपकने से यात्रियों को सफर में दिक्कत हुई. यही हाल रोडवेज की कई साधारण बसों का रहा. बीते 48 घंटों में परिवहन निगम के हेल्पलाइन नंबर पर कई शिकायतें दर्ज हुई हैं. राप्तीनगर डिपो की बस लखनऊ होते हुए दिल्ली जा रही थी. बस में सवार महिला यात्री ने एसी जनरथ बस में पानी टपकने की शिकायत की.
गुरुवार को राप्तीनगर डिपो की एक बस का वीडियो वायरल हो गया, जिसमें छत से पानी टपकता हुआ नजर आ रहा है. जब इसकी शिकायत हुई तो आनन-फानन में संबंधित डिपो के इंचार्ज को सूचना दी गई. संज्ञान में लेते हुए बस की छत को दुरूस्त कराने के लिए बाद ही मार्ग पर भेजने के निर्देश दिए गए. छत पर लगने वाले वाटर प्रूफिंग केमिकल को डिपो में उपलब्ध कराने और बसों की जांच के बाद भेजने के निर्देश डिपो के फोरमैन को जारी किए गए. कई जगहों पर बसों को रास्ते में रोककर बारिश रुकने का इंतजार किया गया. हालांकि ईटीवी भारत वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
छह घंटे देरी से लखनऊ पहुंचीं लंबी दूरी की ट्रेनें : बारिश के कारण ट्रेनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लग गया. मुंबई, केरल, उत्तराखंड और बिहार रेलखंड से लखनऊ पहुंचने वाली ट्रेनें पांच से छह घंटे देरी से लखनऊ पहुंच पाईं. इनमें लोकमान्य तिलक से गोरखपुर, एर्नाकुलम से ऐशबाग, जम्मूतवी से आने वाली ट्रेनें समेत दून एक्सप्रेस के देरी से पहुंचने से यात्री परेशान रहे.
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