लखनऊ : अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर गोरखपुर से लखनऊ के बीच संचालित होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की सुरक्षा को लेकर रेलवे प्रशासन पूरी मुस्तैदी बरतेगा. ट्रेन में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे जिससे पूर्व में वंदे भारत पर हो रही पत्थरबाजी या फिर किसी अन्य तरह की कोई अप्रिय घटना न होने पाए. रेलवे सुरक्षा बल के साथ ही जीआरपी के जवान भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के साथ ही पटरी पर भी तैनात रहेंगे. सिविल पुलिस को भी ट्रेन की सुरक्षा में लगाया जाएगा. खासकर अयोध्या धाम स्टेशन से पहले और लखनऊ पहुंचने तक यह विशेष सुरक्षा वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए की जाएगी.
पत्थरबाजी की अब तक कई घटनाएं : देश भर में वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की अब तक कई घटनाएं हो चुकी हैं. उत्तर प्रदेश भी इससे अछूता नहीं रहा है. गोरखपुर से लखनऊ के बीच संचालित होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अयोध्या से होकर गुजरती है. इस ट्रेन को अब तक कई बार पत्थरबाजों के पत्थर झेलने पड़े हैं. देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाएं कुछ ज्यादा ही हुई हैं. जिन-जिन राज्यों में वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू हुआ उन-उन राज्यों में वंदे भारत पर पथराव जरूर हुआ. गोरखपुर से लखनऊ के बीच संचालित होने वाली वंदे भारत पर अब तक चार बार पत्थर फेंके जा चुके हैं. गोरखपुर से लखनऊ आ रही वंदेभारत पर सितंबर माह में रसौली स्टेशन के आउटर के पास अराजकतत्वों ने पत्थरबाजी की. ट्रेन के कोच सी-6 में पत्थर से कांच के खिड़की टूट गए. इससे पहले वंदे भारत एक्सप्रेस पर मल्हौर के पास लोगों ने पथराव कर दिया था, जिससे ट्रेन का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया था. मल्हौर रेलवे स्टेशन से गुजरते समय ट्रेन पर जब पथराव हुआ था तो इससे ट्रेन के कोच नंबर सी-3 थ्री का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया था. पत्थर टकराने से शीशा क्षतिग्रस्त हुआ तो ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों में कुछ देर के लिए अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया था. इससे पहले सात अगस्त को सफेदाबाद रेलवे स्टेशन के पास अराजकतत्वों ने ट्रेन पर पथराव कर दिया था. पथराव किए जाने से कोच के कई शीशे टूट गए थे. उस समय बताया गया कि अराजकतत्वों के पत्थर चलाने से कोच नंबर सी-2 के सीट नंबर तीन और चार के पास वाली खिड़की का शीशा टूटा था. अयोध्या स्टेशन के करीब सोहावल स्टेशन पर भी वंदे भारत पर पथराव हुआ था. जांच में सामने आया था कि एक पिता पुत्र ने वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी की थी. उनकी नाराजगी इस बात को लेकर थी कि वंदे भारत ट्रेन से उनकी कई बकरियां कुचलकर मर गई थीं. पुलिस ने पिता पुत्र को गिरफ्तार किया था.
आनंद विहार अयोध्या वंदे भारत की भी सुरक्षा का पूरा ख्याल : रेलवे प्रशासन की तरफ से आनंद विहार अयोध्या के बीच शुरू हो रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा. ट्रेन में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया जाएगा. आरपीएफ और जीआरपी के जवान मुस्तैदी से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर और वंदे भारत ट्रेन पर किसी तरह की कोई पत्थरबाजी ना होने पाए इसे लेकर पूरी तरह सक्रिय रहेंगे.
पीएम ने की थी ट्रेन की शुरुआत, दो दिन बाद ही चल गए थे पत्थर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात जुलाई को गोरखपुर से लखनऊ के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. नौ जुलाई से ट्रेन का विधिवत संचालन शुरू हुआ था. यह ट्रेन सुबह गोरखपुर से लखनऊ के लिए रवाना होती है. शाम को लखनऊ से वापस गोरखपुर जाती है. जब नौ जुलाई से गोरखपुर से लखनऊ के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का कॉमर्शियल रन शुरू हुआ तो दो दिन बाद ही 11 जुलाई को ट्रेन पर पत्थर बरसा दिए गए थे. पत्थरबाजी से ट्रेन का शीशा और ऊपरी हिस्सा भी डैमेज हुआ था.
यहां भी हो चुकी हैं पत्थरबाजी की घटनाएं : देश के विभिन्न राज्यों में चल रही वंदे भारत पर स्टोन पेल्टिंग की बात की जाए तो 26 फरवरी को मैसूर चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी हुई थी. यह घटना कृष्णराजपुरम और बेंगलुरु छावनी रेलवे स्टेशन के बीच हुई थी. आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया था. इसके अलावा केरल में भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की गई थी. इससे पहले वंदे भारत एक्सप्रेस के E1 कोच पर पथराव किया गया था. यह ट्रेन दिल्ली से देहरादून जा रही थी. 18-19 जून को इस ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई थी. यह आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं कि वंदे भारत पर खूब पत्थर फेंके जा रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले ही आगरा के पास भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव हुआ था.
आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की ड्यूटी तय : उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा का कहना है कि 'वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी आरपीएफ और जीआरपी पूरी सक्रियता से निभाएगी. किसी तरह की कोई घटना न होने पाए इसे लेकर सजगता बरती जा रही है. 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम है, इसलिए इस ट्रेन की सुरक्षा और भी ज्यादा पुख्ता की गई है. आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की ड्यूटी तय की जा रही है.