ETV Bharat / state

रेलवे प्रशासन का फैसला, 1100 जर्जर मकान तोड़े जाएंगे - Railway administration decision

मंगलवार को रेलवे प्रशासन का फैसला (Railways will demolish 1100 dilapidated houses) सामने आया. रेलवे कॉलोनियों में बने 1100 जर्जर मकान तोड़े जाएंगे.

Houses in railway colonies will be demolished
Houses in railway colonies will be demolished
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 20, 2023, 7:58 AM IST

लखनऊ: अक्सर सामने आता है कि जब कोई बड़ा हादसा हो जाता है विभाग उसके बाद ही जाता है रेलवे प्रशासन भी इससे इतर नहीं है. आलमबाग स्थित रेलवे की फतेह अली का तालाब कॉलोनी में जब एक बड़ा हादसा हो गया और पांच लोगों की जान चली गई तो अब रेलवे ने करीब 1100 जर्जर मकानों को तोड़ने का फैसला (Railway administration decision) लिया है. रेलवे प्रशासन अब ऐसे मकान जमींदोज कर देगा (Houses in railway colonies will be demolished) जो लोगों की जान लेने का करना बन रहे हैं.

रेलवे कॉलोनियों में 1100 जर्जर मकान तोड़े जाएंगे
रेलवे कॉलोनियों में 1100 जर्जर मकान तोड़े जाएंगे
रेलवे ने 1100 जर्जर मकानों को तोड़ने का निर्णय लिया है. इसी सप्ताह मकानों को तोड़ने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी किए जाने की तैयारी है. मंगलवार को रेलवे प्रशासन ने तीन और रेलवे कालोनियों में रहने वाले बाहरी लोगों को चिन्हित कर तीन दिन में घर खाली करने के लिए नोटिस जारी की है. उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन के पास बंदरियाबाग, वीजी कालोनी, सेवाग्राम कालोनी, रेस्ट कैंप, मुनव्वर बाग सहित डेढ़ दर्जन से अधिक कालोनियां भी हैं. रेलवे के लखनऊ में 6200 आवास थे, इसमें 700 आवासों को जर्जर और निष्प्रयोज्य होने की वजह से तोड़ा जा चुका है.
रेलवे प्रशासन  तोड़ेगा हजार से ज्यादा जर्जर मकान
रेलवे प्रशासन तोड़ेगा हजार से ज्यादा जर्जर मकान

अब 1100 जर्जर हो चुके आवासों को चिन्हित किया गया है. इन आवासों को गिराने की लागत (Railways will demolish 1100 dilapidated houses) का आंकलन रेलवे का वित्त एवं लेखा अनुभाग करेगा. इसके बाद रेलवे टेंडर जारी करेगा. टेंडर के जरिए तोड़े गए आवासों का मलबा संबंधित ठेकेदार को बेचा जाएगा. रेलवे जमीन के समतलीकरण के बाद वहां अतिक्रमण को रोकने के लिए आसपास दीवार भी खड़ी की जाएगी. रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी जर्जर कालोनियों को गिराने में कवायद तेज करने के आदेश दिए हैं.

रेलवे ने 1100 जर्जर मकानों को तोड़ने का फैसला किया
रेलवे ने 1100 जर्जर मकानों को तोड़ने का फैसला किया
बता दें कि शनिवार को फतेह अली का तालाब कॉलोनी में जर्जर घोषित हो चुके घर की छत गिरने से सतीश चंद्र, उनकी पत्नी और तीन बच्चों की मौके पर मौत हो गई थी. इस घटना को लेकर रेलवे की आंतरिक जांच कारी है. अभी तक जो सामने आ रहा है उसमें आरपीएफ पोस्ट प्रभारी और क्षेत्रीय इंस्पेक्टर आफ वर्क्स की भूमिका संदिग्ध लग रही है. फतेह अली का तालाब में हुई दर्दनाक घटना के बाद अब कनौसी और सेवाग्राम रेलवे कालोनी के जर्जर घरों से अपना सामान लेकर लोग दूसरे स्थान पर शिफ्ट होने लगे हैं. (UP News in Hindi).

ये भी पढ़ें- बिना चालक सड़क पर दौड़ा कंटेनर, बच्चा चोटिल

लखनऊ: अक्सर सामने आता है कि जब कोई बड़ा हादसा हो जाता है विभाग उसके बाद ही जाता है रेलवे प्रशासन भी इससे इतर नहीं है. आलमबाग स्थित रेलवे की फतेह अली का तालाब कॉलोनी में जब एक बड़ा हादसा हो गया और पांच लोगों की जान चली गई तो अब रेलवे ने करीब 1100 जर्जर मकानों को तोड़ने का फैसला (Railway administration decision) लिया है. रेलवे प्रशासन अब ऐसे मकान जमींदोज कर देगा (Houses in railway colonies will be demolished) जो लोगों की जान लेने का करना बन रहे हैं.

रेलवे कॉलोनियों में 1100 जर्जर मकान तोड़े जाएंगे
रेलवे कॉलोनियों में 1100 जर्जर मकान तोड़े जाएंगे
रेलवे ने 1100 जर्जर मकानों को तोड़ने का निर्णय लिया है. इसी सप्ताह मकानों को तोड़ने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी किए जाने की तैयारी है. मंगलवार को रेलवे प्रशासन ने तीन और रेलवे कालोनियों में रहने वाले बाहरी लोगों को चिन्हित कर तीन दिन में घर खाली करने के लिए नोटिस जारी की है. उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन के पास बंदरियाबाग, वीजी कालोनी, सेवाग्राम कालोनी, रेस्ट कैंप, मुनव्वर बाग सहित डेढ़ दर्जन से अधिक कालोनियां भी हैं. रेलवे के लखनऊ में 6200 आवास थे, इसमें 700 आवासों को जर्जर और निष्प्रयोज्य होने की वजह से तोड़ा जा चुका है.
रेलवे प्रशासन  तोड़ेगा हजार से ज्यादा जर्जर मकान
रेलवे प्रशासन तोड़ेगा हजार से ज्यादा जर्जर मकान

अब 1100 जर्जर हो चुके आवासों को चिन्हित किया गया है. इन आवासों को गिराने की लागत (Railways will demolish 1100 dilapidated houses) का आंकलन रेलवे का वित्त एवं लेखा अनुभाग करेगा. इसके बाद रेलवे टेंडर जारी करेगा. टेंडर के जरिए तोड़े गए आवासों का मलबा संबंधित ठेकेदार को बेचा जाएगा. रेलवे जमीन के समतलीकरण के बाद वहां अतिक्रमण को रोकने के लिए आसपास दीवार भी खड़ी की जाएगी. रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी जर्जर कालोनियों को गिराने में कवायद तेज करने के आदेश दिए हैं.

रेलवे ने 1100 जर्जर मकानों को तोड़ने का फैसला किया
रेलवे ने 1100 जर्जर मकानों को तोड़ने का फैसला किया
बता दें कि शनिवार को फतेह अली का तालाब कॉलोनी में जर्जर घोषित हो चुके घर की छत गिरने से सतीश चंद्र, उनकी पत्नी और तीन बच्चों की मौके पर मौत हो गई थी. इस घटना को लेकर रेलवे की आंतरिक जांच कारी है. अभी तक जो सामने आ रहा है उसमें आरपीएफ पोस्ट प्रभारी और क्षेत्रीय इंस्पेक्टर आफ वर्क्स की भूमिका संदिग्ध लग रही है. फतेह अली का तालाब में हुई दर्दनाक घटना के बाद अब कनौसी और सेवाग्राम रेलवे कालोनी के जर्जर घरों से अपना सामान लेकर लोग दूसरे स्थान पर शिफ्ट होने लगे हैं. (UP News in Hindi).

ये भी पढ़ें- बिना चालक सड़क पर दौड़ा कंटेनर, बच्चा चोटिल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.