लखनऊ : रेलवे के निजीकरण और निगमीकरण को लेकर विरोध शुरू हो गया है. रेलकर्मी इसके विरोध में उतर आए हैं. वहीं इसको लेकर ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने 19 सितम्बर को वेबिनार के जरिए पूरे देश के लोगों से संवाद किया. महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने बताया कि हमारे द्वारा रेलों को निजीकरण और निगमीकरण से बचाने के लिए लगातार आंदोलन चलाया जा रहा है. यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मान लेती है और रेलवे के निजीकरण और निगमीकरण का ख्याल नहीं छोड़ देती है .
महामंत्री ने कहा कि पूरे भारतीय रेल से हमारे संबद्ध यूनियनों के साथियों और रेलकर्मियों ने लाखों की संख्या में प्रधानमंत्री, रेल मंत्री और रेल मंत्रालय को " रेल बचाओ-देश बचाओ" हैशटैंग के साथ ट्वीट करके अपना भारी रोष व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार अभी भी नहीं चेतती है तो उसे भारी विरोध का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी कीमत पर कोरोना काल के अवसर का लाभ न उठाए, नहीं तो हम सभी रेलकर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना सामने से टकराने से भी नहीं घबराएंगे. वहीं रेलकर्मियों के ट्वीट के बाद रात को हमने अपने घरों की लाइट्स को रात 8 बजे से 8.10 बजे तक 10 मिनट के लिए बंद किया. इस दौरान रेलवे कॉलोनियों में रहने वाले रेलकर्मियों ने अपने घरों को लाइट्स को बंद कर अपना विरोध जताया.
इस वेबिनार में लखनऊ से केंद्रीय कोषाध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव, केन्द्रीय उपाध्यक्ष एसयू शाह, सहायक महामंत्री आरके पाण्डेय व प्रीति सिंह ने संवाद किया. इस राष्ट्रीय वेबिनार से पूर्व नॉर्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन, लखनऊ मंडल द्वारा चारबाग यूनियन कार्यालय में शहीदी दिवस श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. जिसमें 1968 के अमर शहीद रेल साथियों के चित्र पर केंद्रीय उपाध्यक्ष एसयू शाह, केन्द्रीय कोषाध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव, मंडल मंत्री आरके पाण्डेय, मंडल पदाधिकारी आरआर सिंह, राकेश कनौजिया, संजय श्रीवास्तव, भगवान सिंह मीणा, रंजन सिंह सहित अनेक शाखा अध्यक्ष, शाखा मंत्रियों व रैलकर्मियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित कर अमर शहीदों को याद किया गया.