लखनऊ : रेलवे बोर्ड ने गुरुवार देर रात किसान आंदोलन के खौफ में अचानक ही कई ट्रेनों को निरस्त तो कई ट्रेनों का रूट बदल दिया. पंजाब में किसान आंदोलन के चलते रेल प्रशासन ने यह फैसला लिया है. निरस्त होने वाली ट्रेनों में लखनऊ से होकर जाने वाली करीब दर्जन भर ट्रेनें हैं. यह सभी एक अक्तूबर तक प्रभावित रहेंगी. रेलवे बोर्ड की तरफ से जारी की गई सूची में बताया गया है कि 'ट्रेन नंबर 14673 जयनगर से अमृतसर शहीद एक्सप्रेस और ट्रेन नंबर 13307 गंगा सतलज धनबाद से फिरोजपुर को 30 सितंबर को संचालित नहीं होंगी. एक अक्तूबर को लखनऊ आने वाली ये ट्रेनें अब रद्द रहेंगी. ट्रेन 13006 अमृतसर हावड़ा मेल 28 को निरस्त होने से 29 को लखनऊ में निरस्त रहेगी.'
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि '29 सितंबर को 12231 लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या 12237 बेगमपुरा एक्सप्रेस, 13151 सियालदा एक्सप्रेस और ट्रेन नंबर 13005 पंजाब मेल अपने शुरूआती स्टेशन से 29 सितंबर को निरस्त कर दी गई है. 30 सितंबर को ये ट्रेन अब लखनऊ नहीं आएगी.'
बदले रूट से चलेंगी यह ट्रेनें : किसान आंदोलन को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने कई ट्रेनों को बदले रूट से चलाने का फैसला लिया है. ट्रेन नंबर 13152 कोलकत्ता एक्सप्रेस जम्मूतवी से कोलकत्ता बदले रूट से प्रतापगढ़ के रास्ते जाएगी, लखनऊ नहीं आएगी. ट्रेन नंबर 12331 हावड़ा से जम्मूतवी हिमगिरी एक्सप्रेस, ट्रेन नंबर 12238 बेगमपुरा एक्सप्रेस जम्मूतवी के बनारस, ट्रेन नंबर 14674 शहीद एक्सप्रेस अमृतसर-जयनगर, ट्रेन नंबर 15707 आम्रपाली एक्सप्रेस कटिहार से अमृतसर, ट्रेन 12317 आकालतख्त एक्सप्रेस कलकत्ता से अमृतसर, ट्रेन नंबर 13308 गंगा सतलज फिरोजपुर से धनबाद बदले रूट से आवागमन करेंगी.
चारबाग रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन : रेल कर्मचारियों की पदोन्नति परीक्षाओं के निरस्तीकरण से नाराज नार्थ रेलवे मजदूर यूनियन ने शुक्रवार को लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में यूनियन के नेता और कर्मचारी इस विरोध सभा में शामिल हुए. बीती 27 सितंबर को मंडल रेल प्रबंधक (कार्मिक) ने कॉमर्शियल क्लर्क कम-टिकट परीक्षक, जूनियर क्लर्क व जेई/सिग्नल पदों के खिलाफ चल रही चयन प्रक्रिया को बिना कारण निरस्त कर दिया. इसी के विरोध में एनआरएमयू की शाखाओं ने स्टेशनों पर रेल प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया.
कर्मचारियों का मुख्य रूप से टिकट परीक्षक कम कॉमर्शियल क्लर्क की परीक्षा, जिसे 32 माह की अवधि में विभिन्न चरण पूरे कर कुछ माह पूर्व ही एससी/एसटी कर्मचारियों की ट्रेनिंग में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी उसे अचानक निरस्त कर दिए जाने से रेलकर्मियों में आक्रोश है. इस सम्बन्ध में यूनियन के मंडल मंत्री कामरेड आरके पाण्डेय ने बताया कि 'कार्मिक विभाग की गलतियों का खामियाजा आम रेल कर्मचारी को भुगतने को विवश किया जा रहा है, जिससे यूनियन को प्रदर्शन का निर्णय लेना पड़ा. चारबाग, लखनऊ स्टेशन पर कमर्शियल, ऑपरेटिंग, एसएंडटी, इलेक्ट्रिक, लोको रनिंग, इंजीनियरिंग शाखाओं के कर्मचारी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. लगभग पांच वर्षों से चल रही सीसीटीसी चयन परीक्षा के बार-बार निरस्तीकरण, जेई/सिग्नल व जूनियर क्लर्क की चयन परीक्षा बिना समुचित कारण निरस्त किये जाने पर रेल अधिकारियों की तानाशाही प्रवृत्ति के खिलाफ नारेबाजी की. चारबाग स्टेशन पर विरोध सभा को यूनियन के सहायक मंडल मंत्री कामरेड शुभ्रांषु तिवारी, रंजन सिंह, शाखा मंत्री एसके वैद्य, मकसूद वारसी, संजय श्रीवास्तव, रूपेश यादव, बिन्दा प्रसाद, अमित शर्मा, अजय श्रीवास्तव ने सम्बोधित किया. सभी रेल कर्मचारियों के पदोन्नतियों में अनावश्यक अनियमिताओं को उत्पन्न किये जाने व इन्हें बार-बार निरस्त कर उनके करियर प्रोग्रेशन को बाधित किए जाने पर चेतावनी दी है कि अगर यह चयन परीक्षा शीघ्र आयोजित नहीं की जाती हैं तो जल्द ही मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
पदाधिकारियों ने चयन परीक्षाओं के निरस्तीकरण, रनिंग कर्मचारियों की पदोन्नतियों में बेवजह देरी और रेल अधिकारियों की तानाशाही के खिलाफ लखनऊ मंडल के अन्य स्टेशनों वाराणसी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, रायबरेली, प्रतापगढ़, जौनपुर व प्रयाग में भी विरोध प्रदर्शन किया.