लखनऊ : यूपी में कोरोना वैक्सीनेशन जारी है. शुक्रवार को 14 हजार से ज्यादा बूथों पर डोज़ लगाई गई. इस दौरान कुल डोज़ पौने 14 करोड़ की संख्या के पार दर्ज की गई.
यूपी में क्षेत्रों को क्लस्टर में बांटकर दोबारा टीकाकरण शुरू किया गया. इसमें दूसरी डोज़ लगाने के काम पर भी जोर दिया जा रहा है. फिक्स बूथ के अलावा कैंप व घर-घर वैक्सीन की ड्राइव चलाई जा रही है. जिन इलाक़ों में क्लस्टर बनाकर पहली डोज़ लगाई गई है, उन क्षेत्रों में अब दूसरी डोज़ भी लगाई जा रही हैं.
शुक्रवार को 14, 674 केंद्रों पर टीकाकरण शुरू किया गया. इसमें 14,583 सरकारी व 81 निजी केंद्र बनाए गए. इन पर अब तक 13 करोड़ 85 लाख के अधिक डोज़ लगाई गयीं. यह देश में सर्वाधिक है.
18 वर्ष से अधिक 68 फीसद के अधिक आबादी टीकाकरण की पहली डोज़ से कवर हो गयी है. साथ ही दूसरी डोज़ 23.96 फीसद से ज्यादा को लग गयी. यह कोरोना संक्रमण को कम करने में मददगार होगा. यूपी में कुल डोज़ अब जहां 13 करोड़ 85 लाख पार हो गई. पहली डोज़ का आंकड़ा अब 10 करोड़ पार कर गया है. पहली डोज़ लेने वाले में भी यूपी सर्वोच्च स्थान पर है. वहीं, दूसरी डोज़ लेने वालों की तादाद 3 करोड़ 71 लाख पार कर गई. शुक्रवार को 12 लाख से अधिक डोज़ लगीं.
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राज्य में पहले 4 से 5 लाख लोगों को रोज वैक्सीन लगाई जाती थी. जून के दूसरे सप्ताह से हर रोज 6 लाख टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. वहीं, 21 जून से हेल्थ टीम ने आठ लाख तक डोज़ रोज लगाना शुरू किया. ऐसे में जून में एक करोड़ डोज़ लगाने का लक्ष्य 24 दिन में हासिल कर लिया गया.
जुलाई में हर रोज 10 लाख डोज़ लगाने का लक्ष्य तय किया गया. मगर, केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में डोज़ नहीं मिली. ऐसे में हर रोज 10 लाख वैक्सीन नहीं लग पाईं. वहीं 3 अगस्त को मेगा कैंप लगाए गए. शहर से लेकर गांव तक ऑन द स्पॉट पंजीकरण कर टीकाकरण किया गया.
इस दौरान 29 लाख 50 से अधिक को टीका लगाया गया. वहीं, 16 अगस्त को 23 लाख 67 हजार से अधिक को टीका लगाया गया. 27 अगस्त को 'बिग वैक्सीनेशन डे' मनाया गया. इसमें 11 हजार से ज्यादा केंद्र बनाए गए.
इसमें 30 लाख 686 डोज़ लगाने के रिकॉर्ड बना. अगस्त में दो करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य पूरा किया गया. इसके बाद 6 सितम्बर को 33 लाख 42 हजार 360 को डोज़ लगी. सितम्बर में 3 करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य था. मगर इस दौरान एक करोड़ 55 लाख ही डोज़ लग सकीं. वहीं, अब नवंबर में टीकाकरण पर जोर देने का दावा किया गया.