लखनऊ: एलएलबी और पीजी प्रवेश परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर छात्रों ने लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में जमकर प्रदर्शन किया. छात्रों ने लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में बैठकर विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रवेश समन्वयक के खिलाफ धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने मांग रखी कि परीक्षा में प्रवेश समन्वयक अनिल मिश्रा को बर्खास्त किया जाए और परीक्षा परिणाम दोबारा घोषित किया जाए.
हालांकि प्रदर्शन कर रहे छात्रों को कुछ देर बाद विवि के कुलपति ने बुलाकर उनसे बातचीत की और कहा कि अगर कोई ऐसी गड़बड़ी हुई है तो एक जांच कमेटी बनाकर दोबारा कॉपी की जांच की जाएगी.
क्या थी छात्रों की मांग ?
- एलएलबी समेत समस्त पीजी प्रवेश परीक्षा को निरस्त करके दोबारा परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएं, जिनसे प्रवेश में पारदर्शिता बनी रहे.
- प्रवेश समन्वयक अनिल मिश्रा को तत्काल बर्खास्त किया जाए एवं उनकी संपत्ति की जांच कराई जाए.
- पीएचडी प्रवेश परीक्षा में आरक्षण नियमावली का पालन हो एवं कार्यों की जांच कराकर परिणाम घोषित किया जाए.
बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी और पीजी की प्रवेश परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के ऊपर धांधली का आरोप लगाया है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी तक दो मेरिट लिस्ट जारी की है, जिसमें अभ्यर्थियों की अलग-अलग रैंक दिखाई जा रही हैं.
अभ्यर्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ खास विद्यार्थियों को प्रवेश देने के लिए गड़बड़ी की है. लॉ में और पीजी में प्रवेश लेने के आवेदक अनेक अभ्यर्थियों ने रैंकिंग बदलने का आरोप लगाया है, जिसके बाद यह प्रकरण उजागर हुआ है. उन अभ्यर्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन कुछ खास आवेदकों को लाभ देने के लिए यह किया है. आवेदक महेंद्र प्रताप ने बताया कि मेरी स्वयं की कैटेगरी रैंक पहली मेरिट लिस्ट में 186 है और दूसरी में 224 है.