लखनऊ : 9.72 करोड़ के फर्जीवाड़े में फरार चल रहे आरोपी अनूप राय समेत दो पर लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस का शिकंजा कस गया है. रविवार रात एसीपी श्वेता श्रीवास्तव की टीम ने फरार आरोपियों के संभावित ठिकानों लखनऊ, गाजीपुर व मऊ में छापेमारी की है.
हालांकि वह वहां नहीं मिले. अब पुलिस दोनों आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी कर रही है. दोनों के खिलाफ पुलिस गैर जमानती वारंट पहले ही ले चुकी है. इस मामले में 9 लोगों के खिलाफ पुलिस चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर चुकी है. इसमें रिटायर डीआईजी अरविंद सेन समेत 13 लोग जेल में बंद हैं.
बता दें कि पिछले साल पशुधन विभाग में ठेके दिलाने के नाम पर करोड़ों के घोटाले का खुलासा हुआ था. एसटीएफ की जांच के बाद 13 जून 2020 को इंदौर के व्यापारी मनजीत सिंह भाटिया उर्फ रिंकू ने हज़रतगंज कोतवाली में 9 करोड़ 72 लाख हड़पने का मामला दर्ज कराया था.
मामले में लखनऊ पुलिस ने आशीष राय, मोंटी गुर्जर, पशुधन राज्य मंत्री के निजी प्रधान सचिव रजनीश दीक्षित, अनिल राय व रूपक समेत 13 लोगों को जेल भेजा था.
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इसके बाद रिटायर डीआईजी अरविंद सेन, निलंबित सिपाही दिलबहार सिंह यादव व सचिवालय के दो कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में अभी अनूप राय व एक अन्य अभी भी फरार चल रहे हैं. अभी हाल ही में एसीपी श्वेता श्रीवास्तव लखनऊ जेल पहुंचकर घोटाले के मास्टरमाइंड आशीष राय व मोंटी गुर्जर से पूछताछ की थी.
बताया जाता है कि आरोपियों ने कूटरचित दस्तावेजों व छद्म नाम से गेहूं, आटा, शक्कर, नमक व दाल की सप्लाई का ठेका दिलाने के नाम पर कुल 9 करोड़ 72 लाख 12 हजार की ठगी की थी. इस फर्जीवाड़े के साथ ही गुजरात के व्यापारी को नमक सप्लाई का झांसा देकर किए गए घोटाले की भी जांच चल रही है. इसमें भी मुख्य आरोपी आशीष राय व मोंटी गुर्जर हैं.
विवेचक एसीपी श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि इस घोटाले के फरार आरोपी अनूप राय व एक अन्य के खिलाफ गैर जमानती वारंट लिया जा चुका है. यह लोग अभी फरार हैं. सर्विलांस टीम को दोनों आरोपियों की लोकेशन लखनऊ, गाजीपुर व मऊ में मिली थी.
उसके बाद दोनों आरोपियों की तलाश में लखनऊ, गाजीपुर में मऊ जनपद के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है. हालांकि, वहां आरोपियों नहीं मिले. अब इनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी. इस मामले में शासन ने सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए थे.