लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से स्पष्ट निर्देश जारी किए गए थे कि आगामी 15 मई तक स्कूल पूरी तरह से बंद रहेंगे. इस दौरान ऑनलाइन क्लासेज भी नहीं होंगी, लेकिन राजधानी लखनऊ में ही उनके आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इस समय स्कूलों में न केवल ऑनलाइन क्लासेज कराई जा रही है बल्कि बच्चों की परीक्षाएं भी स्कूल प्रबंधक करा रहे हैं. इतना ही नहीं अभिभावकों पर भी फीस जमा करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है. अभिभावकों का कहना है कि बड़ी संख्या में लोग कोरोना संक्रमित है. बावजूद इसके 8-8, 9-9 घंटे ऑनलाइन क्लासेज चलाकर ना केवल बच्चों बल्कि अभिभावकों और अन्य लोगों का भी मानसिक रूप से उत्पीड़न किया जा रहा है.
फीस वसूलने के लिए बनाया जा रहा दबाव
अभिभावक संघ के राकेश जयसवाल का कहना है कि यह सारा खेल सिर्फ और सिर्फ अभिभावकों से फीस वसूलने के लिए दबाव बनाने को लेकर किया जा रहा है. कुछ स्कूल वालों ने ऑनलाइन परीक्षा कराना शुरू कर दिया है. अभिभावकों पर जल्द से जल्द फीस जमा करने या उनके बच्चों को स्कूल से निकाल देने की धमकी दी जा रही है. जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि शिकायतें आ रही हैं. इनकी जांच करते हुए आगे की नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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यह हैं शासन के निर्देश
बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1 मई से 15 मई तक सभी स्कूल और कॉलेजों को पूरी तरह बंद करने के आदेश दिए थे. इसमें स्पष्ट कहा गया था कि किसी भी छात्र, शिक्षक या कर्मचारी को स्कूल में या कॉलेज में नहीं बुलाया जाएगा. इतना ही नहीं ऑनलाइन कक्षाओं पर भी रोक लगा दी गई थी.
यह है शहर के स्कूलों के हालात
- आशियाना स्थित सेंट्रल अकैडमी में प्राइमरी तक के बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं. सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक क्लासेस हो रही हैं. आगामी 12 मई से परीक्षाएं भी प्रस्तावित कर दी गई है.
- राजधानी में कई बड़े स्कूलों में इस समय ऑनलाइन परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है. यह परीक्षा कक्षा 9 और 11 में होने वाले नए दाखिले के साथ ही प्रमोशन के लिए भी हो रही है.