लखनऊ : लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में दलालों का दखल खत्म नहीं हो रहा है. यहां आने वाले मरीजों को बहकाकर दलाल प्राइवेट अस्पताल ले जा रहे हैं. इमरजेंसी में आई महिला को दलाल प्राइवेट अस्पताल ले गए. जहां इलाज के नाम पर साढ़े तीन लाख का बिल थमा दिया. आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारियों ने बिल न चुकाने पर परिवारीजनों को कमरे में बंद कर उनकी पिटाई की.
सुल्तानपुर निवासी आरती मिश्रा (26) को पेट दर्द की समस्या हुई. परिवारीजन मरीज को लेकर स्थानीय निजी अस्पताल गए. डॉक्टरों ने मरीज को लखनऊ लोहिया संस्थान रेफर कर दिया. इमरजेंसी में डॉक्टरों ने बेड खाली न होने की बात कहकर दूसरे सरकारी अस्पताल ले जाने की सलाह दी.
परिवारीजन मरीज को लेकर केजीएमयू की तरफ जा रहे थे. इसी दौरान प्राइवेट अस्पताल के दलालों ने मरीज को घेर लिया. उन्हें प्राईवेट में बेहतर इलाज मुहैया कराने का झांसा दिया. इसके बाद दलाल ने मरीज को गोमतीनगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया.
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प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर ने तीमारदारों से बिल जमा करने के लिए कहा. इस पर तीमारदारों ने इलाज के खर्च का ब्यौरा मांगा और बिना बिल देखे भुगतान से इंकार कर दिया. आरोप है कि इसी दौरान डॉक्टर ने अस्पताल के कर्मचारियों को बुलाकर तीमारदारों को बंधक बना लिया. सभी की डंडो से पिटाई की.
अस्पताल में भर्ती दूसरे मरीज के तीमारदार ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया. पीड़ितों को डॉक्टर व कर्मचारियों के चंगुल से पुलिस ने छुड़ाया. मामले में डिप्टी सीएमओ डॉ. एपी सिंह का कहना है कि मामला गंभीर है. अभी शिकायत नहीं मिली है. मामले की जांच कराई जाएगी.
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