ETV Bharat / state

कोरोना की 'सलाखों' ने रोकी मुलाकात, बहनों से न मिल सके कैदी

लखनऊ में इस बार भाई दूज पर कैदियों को बहनों से मिलने की अनुमति नहीं दी गई. कोरोना के कारण इस बार मिलाई बंद है. सिर्फ कैदियों तक उपहार पहुंचाने की व्यवस्था की गई.

जेल के कैदी
जेल के कैदी
author img

By

Published : Nov 16, 2020, 4:02 PM IST

Updated : Nov 16, 2020, 5:54 PM IST

लखनऊः कोरोना महामारी के कारण इस बार त्योहारों की रौनक फीकी पड़ गई है. इसका असर लखनऊ स्थित आदर्श कारागार में भी दिखा. यहां इस बार बहनें अपने भाइयों को टीका नहीं कर सकीं. इससे जेल में बंद कैदी दुखी दिखे.

कोरोना की 'सलाखों' ने रोकी मुलाकात, बहनों से न मिल सके कैदी

हर साल आती थीं बहनें

कैदियों ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि हर साल उनके घर से उनकी बहनें भाई दूज पर टीका लगाने आती थीं. इस बार न आने का अफसोस है. महामारी को देखते हुए जेल में कैदियों से अपनों को मिलने की छूट नहीं दी गई है. वह सिर्फ घरवालों से जेल में लगे पीसीओ के द्वारा ही बात कर सकते हैं. वहीं कैदियों का कहना है कि हर साल उनकी बहनें उन्हें रक्षाबंधन व भाई दूज पर टीका लगाने आती थीं, लेकिन इस साल महामारी की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई जिसका उन्हें व उनके घर वालों को दुख है. वहीं, एक कैदी ने कविता के माध्यम से बहनों को धन्यवाद ज्ञापित किया.

महामारी की वजह से कैदियों कि उनके घर वालों से मिलाई का कार्यक्रम बंद है सिर्फ टेलिफोनिक बातचीत ही कर सकते हैं. जिन कैदियों के परिजनों ने कोई उपहार भेजा वह सैनिटाइज कराकर कैदियों को दे दिया गया.

राकेश वर्मा, डिप्टी जेलर, आदर्श कारागार

लखनऊः कोरोना महामारी के कारण इस बार त्योहारों की रौनक फीकी पड़ गई है. इसका असर लखनऊ स्थित आदर्श कारागार में भी दिखा. यहां इस बार बहनें अपने भाइयों को टीका नहीं कर सकीं. इससे जेल में बंद कैदी दुखी दिखे.

कोरोना की 'सलाखों' ने रोकी मुलाकात, बहनों से न मिल सके कैदी

हर साल आती थीं बहनें

कैदियों ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि हर साल उनके घर से उनकी बहनें भाई दूज पर टीका लगाने आती थीं. इस बार न आने का अफसोस है. महामारी को देखते हुए जेल में कैदियों से अपनों को मिलने की छूट नहीं दी गई है. वह सिर्फ घरवालों से जेल में लगे पीसीओ के द्वारा ही बात कर सकते हैं. वहीं कैदियों का कहना है कि हर साल उनकी बहनें उन्हें रक्षाबंधन व भाई दूज पर टीका लगाने आती थीं, लेकिन इस साल महामारी की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई जिसका उन्हें व उनके घर वालों को दुख है. वहीं, एक कैदी ने कविता के माध्यम से बहनों को धन्यवाद ज्ञापित किया.

महामारी की वजह से कैदियों कि उनके घर वालों से मिलाई का कार्यक्रम बंद है सिर्फ टेलिफोनिक बातचीत ही कर सकते हैं. जिन कैदियों के परिजनों ने कोई उपहार भेजा वह सैनिटाइज कराकर कैदियों को दे दिया गया.

राकेश वर्मा, डिप्टी जेलर, आदर्श कारागार

Last Updated : Nov 16, 2020, 5:54 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.