लखनऊः कोरोना महामारी के कारण इस बार त्योहारों की रौनक फीकी पड़ गई है. इसका असर लखनऊ स्थित आदर्श कारागार में भी दिखा. यहां इस बार बहनें अपने भाइयों को टीका नहीं कर सकीं. इससे जेल में बंद कैदी दुखी दिखे.
हर साल आती थीं बहनें
कैदियों ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि हर साल उनके घर से उनकी बहनें भाई दूज पर टीका लगाने आती थीं. इस बार न आने का अफसोस है. महामारी को देखते हुए जेल में कैदियों से अपनों को मिलने की छूट नहीं दी गई है. वह सिर्फ घरवालों से जेल में लगे पीसीओ के द्वारा ही बात कर सकते हैं. वहीं कैदियों का कहना है कि हर साल उनकी बहनें उन्हें रक्षाबंधन व भाई दूज पर टीका लगाने आती थीं, लेकिन इस साल महामारी की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई जिसका उन्हें व उनके घर वालों को दुख है. वहीं, एक कैदी ने कविता के माध्यम से बहनों को धन्यवाद ज्ञापित किया.
महामारी की वजह से कैदियों कि उनके घर वालों से मिलाई का कार्यक्रम बंद है सिर्फ टेलिफोनिक बातचीत ही कर सकते हैं. जिन कैदियों के परिजनों ने कोई उपहार भेजा वह सैनिटाइज कराकर कैदियों को दे दिया गया.
राकेश वर्मा, डिप्टी जेलर, आदर्श कारागार