लखनऊ: कोरोना के कारण राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के जेलों में बंद सजायाफ्ता कैदियों को परिजनों से मिलने की अभी अनुमति नहीं गई है. वहीं कैदियों का कहना है कि वह बस फोन पर ही समयानुसार अपने परिजनों से बात कर सकते हैं.
सजायाफ्ता कैदी कोविड के चलते फोन पर करते हैं परिजनों से बात
राजधानी लखनऊ के आदर्श कारागार के बाहर दुकान लगाने वाले कैदियों का कहना है कि पिछले 8 महीनों से वह अपने परिजनों से नहीं मिल पाए हैं. जेल में पीसीओ की सुविधा उपलब्ध है, उसी के जरिए परिजनों से बात हो पाती है, जिसका समय सुनिश्चित है. सजायाफ्ता कैदियों ने बताया कि आम दिनों में उनके परिजन उनसे मिलने आते थे, लेकिन कोरोना के कारण फिलहाल मिलना बंद है.
राजधानी लखनऊ के जिला कारागार के जेल अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि कोरोना के कारण कैदियों को परिजनों से मिलने पर रोक लगाई गई है. पीसीओ के जरिए ही कैदी परिजनों से फोन पर बात कर सकते हैं. कैदियों को उनके परिजनों से बात कराने के लिए सर्कल अधिकारी को फोन और सिम भी दिया गया है. उन्होंने बताया कि यदि किसी कैदी के परिजन कोई सामान लेकर आते हैं, तो उसे सैनिटाइज करने के बाद ही कैदियों को दिया जाता है.