लखनऊ: इलाज अथवा पेशी पर लाए जाने वाले शातिर अपराधी बंदी रक्षकों को चकमा देकर फरार होने का सिलसिला प्रदेश में रुकने का नाम नहीं ले रहा है. अब सुलतानपुर जिला कारागार से लखनऊ के मेडिकल कॉलेज (केजीएमयू) में इलाज के लिए लाया गया शातिर अपराधी पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया. फरार कैदी के सुरक्षा में आए दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. वहीं, कैदी की तलाश में पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है.
![पत्र.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-luc-03-jail-kaidi-farar-kgmu-ilaj-dry-up10105_04122021183914_0412f_1638623354_579.jpg)
गौरतलब है कि दुर्गापुर सुलतानपुर का रहने वाला अंसार अहमद पुत्र सनातउल्लाह 10 अगस्त से जिला सुल्तानपुर में एनडीपीएस एक्ट 304 के मामले में जेल में बंद था. 29 नवंबर को उसकी तबीयत बिगड़ने पर अंसार अहमद जिला अस्पताल सुलतानपुर ले जाया गया था. जहां से 3 दिसंबर को बंदी अंसार अहमद को केजीएमयू के लिए रेफर कर दिया गया. 3 दिसंबर को पुलिस गार्ड नहीं मिल सका था इसलिए अंसार अहमद का इलाज जिला जेल सुलतानपुर में ही जारी रहा. इसके बाद शनिवार को जेल वार्डन रामबली निषाद व अभिषेक कुमार अपराधी अंसार को इलाज के लिए लखनऊ के केजीएमयू लेकर आए थे. लेकिन केजीएमयू से अपराधी अंसार फरार हो गया.
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बंदी के फरार होने के बाद सुलतानपुर जिला जेल अधीक्षक ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक अयोध्या पत्र लिखा है. पत्र में लिखा है कि इस मामले में जेल वार्डन रामबली व अभिषेक की बड़ी लापरवाही व ड्यूटी के प्रति उदासीनता सामने आई है. इसके बाद शनिवार शाम को ही दोनों को निलंबित कर दिया गया और जांच भी प्रारंभ कर दी गई है. वहीं फरार हुए अंसार अहमद की तलाश जारी है.
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