लखनऊ: जिला जेल में 302 के सजायाफ्ता कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कैदी का नाम गोपी बताया जा रहा है, जो 17 सितंबर 2018 से मर्डर केस में जेल गया था. कैदी ने गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
मृतक कैदी के गुस्सैल प्रवृत्ति होने के कारण उसका अक्सर कैदियों से झगड़ा हुआ करता था और हाल ही में एक कैदी को खाना खाने वाली थाली से जख्मी भी कर दिया था. इसके बाद उसे दिमागी इलाज के लिए जेल के अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया. वहीं 24 अगस्त को वापस अस्पताल से जेल में शिफ्ट किया गया और वह एक हाई सिक्योरिटी सेल में अकेले रह रहा था. कैदी ने 26 तारीख की रात 1 से 2 के बीच गमछे से खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
कैदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और उसके परिजनों को भी सूचित कर दिया गया है. वहीं जेल प्रशासन की ओर से सीएम को पत्र लिखकर न्यायिक जांच की मांग भी की गई है. जेल सुपरिटेंडेंट आशीष तिवारी का कहना है कि उसका शव जब पाया गया तो उसके पैर जमीन पर थे व इस पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच के लिए सीजेएम को भी पत्र लिखा गया है.