लखनऊ: जिला जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे कैदी नवरंग सिंह कुर्मी (50) ने संवेदनशील बैरक में फंदे से लटककर अपनी जान दे दी. नवरंग जिला जेल की सर्किल तीन की संवेदनशील बैरक में स्थानांतरित करने से परेशान था. सूचना पर जेलकर्मियों ने उसे फंदे से उतारा और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. जेल प्रशासन ने इसकी जांच शुरू कर दी है.
चादर से लगाई फांसी
सोमवार रात करीब 1:30 बजे कैदी नवरंग सिंह कुर्मी का शव बैरक में लगे पंखे से लटकता मिला. कैदी के फंदा लगाने की सूचना मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. सूचना मिलने पर प्रभारी एडीसीपी दक्षिणी एसके सिंह, एसीपी मोहनलालगंज दिलीप सिंह व इंस्पेक्टर गोसाईगंज समेत जेल अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस अफसरों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
जेलर ने कहा, मानसिक रोगी था नवरंग
जेलर अजय राय ने बताया कि नवरंग नगराम के बाटन टोला का रहने वाला था. 4 नवंबर 2006 से हत्या के मामले में वह जेल में बंद था. कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी. उन्होंने कहा कि नवरंग मानसिक रोगी था.
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मानसिक चिकित्सालय वाराणसी में इलाज कराने के बाद अगस्त 2017 में वह जिला जेल लौटा था. कुछ दिन पहले किसी बात को लेकर बंदियों से मारपीट के बाद उसे सर्किल की संवेदनशील बैरक में शिफ्ट कर दिया गया था. जेलर के मुताबिक, आलमबाग स्थित पुरानी जेल में नवरंग ने एक बंदी की हत्या कर दी थी. उसके बाद से नवरंग पर कड़ी नजर रखी जाती थी.