लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) ने प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में सड़क, बिजली, पानी, संचार आदि के विकास और सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रभावी प्रयास किए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि इस कार्य के लिए किसी भी प्रकार से धन की कमी आड़े नहीं आएगी. इसी को लेकर गृह विभाग की अहम बैठक में प्रमुख सचिव गृह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
प्रमुख सचिव, गृह संजय प्रसाद की अध्यक्षता में लोकभवन स्थित कमांड सेंटर में बार्डर मैनेजमेंट के संबंध में एक उच्च स्तरीय बैठक की गई, जिसमें संबंधित विभागों से राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास व अवस्थापना सुविधाओं को उपलब्ध कराने में अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई. साथ ही इस दिशा में भविष्य की योजनाओं के संबंध में 10 दिनों के अंदर शासन द्वारा आख्या मांगी गई है. शासन द्वारा इस बात पर विशेष बल दिया गया है कि जहां कहीं भी किसी प्रकार की कमी नजर आए उस पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए प्राथमिकता दी जाए.
प्रमुख सचिव, गृह ने कहा कि इन सीमावर्ती इलाकों का सुनियोजित विकास व सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक चुस्त दुरूस्त व सुदृढ़ बनाए जाने के लिए इन क्षेत्रों में नये, प्रतिभावान, ऊर्जावान व सकारात्मक दृष्टिकोण रखने वाले अधिकारियों की तैनाती को प्राथमिकता दी जाए ताकि यह अधिकारी क्षेत्र की संवेदनशीलता को और बेहतर ढंग से समझकर अपना सार्थक योगदान दे सकें. संजय प्रसाद ने कहा कि हमारा सबका प्रयास होना चाहिए कि इन क्षेत्रों का भी अन्य स्थानों की भांति तीव्र गति से विकास सुनिश्चित किया जाए. पर्यटन विभाग से अपेक्षा की गई है कि वह इन क्षेत्रों में पर्यटन की नई संभावनाएं तलाश कर उसके लिए विशेष प्रयास करे. सीमावर्ती क्षेत्रों के ग्रामीण इलाकों में समय-समय पर त्यौहार व हाट आदि के माध्यम से जन चेतना विकसित करने के प्रयास किए जाएं. बैठक में गृह सचिव तरूण गाबा, अपर पुलिस महानिदेशक लखनऊ बृज भूषण, प्रकाश डी, सुनील कुमार गुप्ता व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, एसएसबी, परिवहन व रोडवेज समेत कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
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