लखनऊ : मंडी में हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. हर सब्जी की कीमत पहले के मुकाबले दो से तीन दामों पर बिक रही है. ऐसे में रसोई में अब सब्जियों के जायके बदले नजर आ रहे हैं. हालात यह हैं कि सब्जियों में सबसे प्रचलित भिंडी व तोरई भी आज कल बाजारों में 40-50 रुपये किलो के ऊपर बिक रही है.
मंडी थोक रेट | बाजार फुटकर भाव |
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बारिश से पहले 10-20 रुपये प्रति किलो में मिल रही थी, यानी यह दोनों सब्जियां सामान्य से तीन गुना महंगी हैं. करेला भी 60 रुपये किलो, परवल 80 रुपये किलो तक बिक रहा है. लौकी के भाव भी चढ़ गए हैं. लौकी की कीमत बाजारों में 30-35 किलो में रुपये किलो है. पहले 10-15 रुपये किलो की दर से आसानी से बाजारों में मिल जाती थी. बहरहाल आलू से लोगों को राहत मिल रही है. बारिश से पहले 20 रुपये किलो बिकने वाला आलू अब भी 20 रुपये किलो है.
दाम बढ़ने से बाजारों में घटे ग्राहक
लखनऊ के फुटकर सब्जी विक्रेता राहुल कश्यप, बहादुर सिंह व राजू यादव के मुताबिक सब्जियों के दाम बढ़ने से कुछ सब्जी विक्रेता संतुष्ट नजर आ रहे हैं. महंगी सब्जियां होने से किसानों को इसका फायदा मिल रहा है .उनके नुकसान की भरपाई हो रही है तो वहीं कुछ विक्रेताओं का कहना है कि सब्जियां मंडी से ही महंगी आ रही हैं. इसलिए महंगे दामों पर बेच रहे हैं. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि इस बढ़ी कीमतों की वजह से ग्राहकों की कमी आई है. आमतौर पर एक किलो सब्जी खरीदने वाला इंसान अब आधा किलो सब्जी में काम चला रहा है, क्योंकि सब्जी महंगी होने से इसका असर उनकी जेब पर भी पड़ रहा है.
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