लखनऊ : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश के 15 जिलों में कोविड 19 के हॉट स्पॉट को चिन्हित कर उन इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को लोकभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि, सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सील किए गए हॉट स्पॉट क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है. इसके साथ ही उन्होंने इन क्षेत्रों की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया है.
ये सभी हॉट स्पॉट प्रदेश के 15 जिलों में हैं. सीएम ने निर्देश दिया है कि सील किए गए हॉट स्पॉट एरिया में डोर स्टेप डिलीवरी, मेडिकल और सेनिटाइजेशन की व्यवस्था से संबंधित कर्मियों के अतिरिक्त किसी को भी ना जाने दिया जाए. सीएम योगी ने प्रदेशवासियों से इस मामले में पूरे सहयोग की अपील की है.
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि प्रदेश के 15 जिलों के हॉट स्पॉट एरिया से संबंधित सभी पहलूओं की गंभीरता से समीक्षा की जाए. इस संबंध में सभी जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि हॉट स्पॉट एरिया में मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी के तैनाती की समीक्षा किए जाने का निर्देश प्राप्त हुआ है. इसके अलावा हॉटस्पॉट में आने वाले मकानों की संख्या, जनसंख्या की भी जानकारी एकत्र करने के निर्देश सीएम योगी ने दिए हैं. सीएम योगी का निर्देश है कि हॉट स्पॉट एरिया में फायर टेंडर द्वारा हर दिन सेनिटाइजेशन कराया जाए.
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हॉट स्पॉट एरिया में कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या के अतिरिक्त वहां कितने संदिग्ध है और कितने क्वारंटीन में लिए गए हैं. इसकी भी समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है. इसके साथ ही वहां बैरिकेटिंग व गेट लगाकर आवागमन को रोकने की कार्रवाई का निर्देश पहले ही जारी कर दिया गया है. सीएम योगी ने अधिकारियों को हॉट स्पॉट एरिया में डोर स्टेप डिलीवरी का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया है. इन एरिया में दूध, राशन, फल सब्जी की उपलब्धता की अलग से समीक्षा करने का निर्देश सीएम योगी ने दिया है. इसके अलावा इन एरिया में पीआरवी 112 की भी तैनाती करने का निर्देश दिया गया है.
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध वेंटिलेटर का ऑडिट करने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है. जिससे वेंटिलेटरों की स्थिति की सही जानकारी उपलब्ध हो सके. उन्होंने बताया कि प्रदेश में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. किसी भी प्रदेशवासी को विशेष परिस्थितियों में अगर बाहर निकलना पड़ता भी है तो मास्क लगाना अनिवार्य है. मास्क नहीं लगाने पर कार्रवाई की जा सकती है.
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतू नाम से एक मोबाइल एप लांच किया है. जिसे हर कोई अपने मोबाइल में डाउनलोड करके कोरोना से रोकथाम व बचाव की सही जानकारी प्राप्त कर सकता है.
प्रदेश में अब तक कोरोना के 410 मरीज, 4 की मौत: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अबतक 410 केस सामने आए हैं. जिसनें से चार लोगों की मौत हो गयी है. 410 में से 31 पेशेंट का उपचार कर उन्हें घर भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि 410 में 221 केस तबलीगी जमात के लोगों के ही हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में अबतक 9441 आइसोलेशन बेड उपलब्ध करा दिए गए हैं और इन्हें बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा हैं.
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि छोटे-छोटे शहरों में जहां बड़े अस्पताल नहीं हैं वहां प्राइवेट अस्पतालों का चयन कर कोरोना पॉजिटीव केस का प्राथमिक उपचार किया जाएगा. शुरुआती पांच दिन के इलाज के बाद मरीजों को दूसरे बड़े अस्पताल में भेज दिया जाएगा. इसके साथ ही उस अस्पताल को पूरी तरह सेनीटाइज करके उसमे दोबारा कोरोना पेशेंट का इलाज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अबतक 6 प्राइवेट अस्पतालों को इसके लिए चयन किया गया है.