ETV Bharat / state

प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में चलेगा 'प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान'

प्रदेश में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 'प्रेरणा ज्ञानोत्सव' अभियान चलाया जाएगा. 100 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के अन्तर्गत बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कई गतिविधियां संचालित की जाएंगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.
author img

By

Published : Feb 9, 2021, 12:39 AM IST

Updated : Feb 9, 2021, 3:55 AM IST

लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 'प्रेरणा ज्ञानोत्सव' अभियान चलाया जाएगा. यह अभियान स्कूल खुलने के साथ ही शुरू होकर 100 दिनों तक चलेगा. इस दौरान स्कूलों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां संचालित होंगी, जिससे बच्चों का कौशल विकास किया जा सके. इस संबंध में अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार की तरफ से सभी जिलों के जिलाधिकारियों को शासनादेश भेजा गया है.

कोविड महामारी के दौरान बच्चों के लिए विद्यालय लंबे समय से बन्द होने के कारण उनकी दक्षताएं प्रभावित हुई हैं. बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने एवं उनकी दक्षताओं को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जाने के लिए 100 दिन का विशेष अभियान ‘प्रेरणा ज्ञानोत्सव’ आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. इस अभियान के तहत बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कई गतिविधियां संचालित की जाएंगी. ‘प्रेरणा ज्ञानोत्सव’ के तहत सभी विद्यालयों में विशेष अभियान विद्यालय खुलने के प्रथम दिवस से प्रारम्भ किया जाएगा तथा 100 दिन तक यह अभियान निरंतर चलेगा.

वाट्सएप से भेजी जाएगी सामग्री
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करते हुए विद्यालयों का पुनः संचालन किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. ‘मिशन प्रेरणा ई-पाठशाला’ के तहत प्रत्येक कक्षा और विषय के लिए मासिक पंचांग के अनुसार कक्षावार एवं विषयवार सामग्री सप्ताह के प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शिक्षकों से साझा की जाएगी.

शिक्षक अध्यापक के बीच संवाद
साझा की गयी सामग्री से बच्चों को अभ्यास एवं हल करने के लिए निरन्तर प्रोत्साहित किया जाएगा. शिक्षक और अभिभावक के बीच संवाद स्थापित होगा. साथ ही अध्यापक अभिभावकों से विद्यालय के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने, दूरदर्शन से प्रसारित शैक्षिक कार्यक्रमों को देखने तथा दीक्षा एप डाउनलोड कर बच्चों को पढ़ने हेतु प्रेरित करने का अनुरोध करेंगे.

रिमीडियल टीचिंग संचालित की जाएगी
प्रवक्ता ने बताया कि ‘प्रेरणा ज्ञानोत्सव’ अभियान के तहत समृद्ध हस्त पुस्तिका (Remedial Teaching Plan) पर आधारित रिमीडियल टीचिंग संचालित की जाएगी. प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों के क्षमता संवर्धन को देखते हुए समृद्ध हस्तपुस्तिका पर आधारित प्रशिक्षण भी किया जाएगा. इस हस्तपुस्तिका पर आधारित रिमीडिययल शिक्षण करने के 100 दिन बाद सभी बच्चों का अंतिम आंकलन (Endline Assessment) SAT-3 परीक्षा के आधार पर किया जाएगा. विद्यालय द्वारा प्रत्येक बच्चे का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा. अभिभावकों की उपस्थिति में यह रिपोर्ट कार्ड बच्चों में वितरित किया जाएगा.

खंड शिक्षा अधिकारी करेंगे बैठक
अभियान को प्रारम्भ करने के पूर्व खण्ड शिक्षा अधिकारी सभी प्रधानाध्यापकों की बैठक करेंगे. शिक्षा चौपाल के आयोजन के लिए विस्तृत चर्चा कर कार्य योजना बनायी जाएगी. इस कार्यक्रम में एआरपी, एसआरजी एवं शिक्षक संकुल की विशेष भूमिका रहेगी. विद्यालय की तरफ से प्रत्येक गांव, मोहल्ले में शिक्षा चौपाल का आयोजन किया जाएगा.

टास्क फोर्स का किया जाएगा गठन
'प्रेरणा ज्ञानोत्सव' के आयोजन के लिए जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में टास्क फोर्स एवं उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास खण्ड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की जाएगी. जिला, विकास खण्ड स्तरीय टास्क फोर्स के अधिकारियों, प्राचार्य, डायट एवं मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) द्वारा इस अभियान के दौरान कम से कम पांच-पांच गांवों में आयोजित शिक्षा चौपाल में प्रतिभाग किया जाएगा.

लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 'प्रेरणा ज्ञानोत्सव' अभियान चलाया जाएगा. यह अभियान स्कूल खुलने के साथ ही शुरू होकर 100 दिनों तक चलेगा. इस दौरान स्कूलों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां संचालित होंगी, जिससे बच्चों का कौशल विकास किया जा सके. इस संबंध में अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार की तरफ से सभी जिलों के जिलाधिकारियों को शासनादेश भेजा गया है.

कोविड महामारी के दौरान बच्चों के लिए विद्यालय लंबे समय से बन्द होने के कारण उनकी दक्षताएं प्रभावित हुई हैं. बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने एवं उनकी दक्षताओं को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जाने के लिए 100 दिन का विशेष अभियान ‘प्रेरणा ज्ञानोत्सव’ आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. इस अभियान के तहत बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कई गतिविधियां संचालित की जाएंगी. ‘प्रेरणा ज्ञानोत्सव’ के तहत सभी विद्यालयों में विशेष अभियान विद्यालय खुलने के प्रथम दिवस से प्रारम्भ किया जाएगा तथा 100 दिन तक यह अभियान निरंतर चलेगा.

वाट्सएप से भेजी जाएगी सामग्री
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करते हुए विद्यालयों का पुनः संचालन किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. ‘मिशन प्रेरणा ई-पाठशाला’ के तहत प्रत्येक कक्षा और विषय के लिए मासिक पंचांग के अनुसार कक्षावार एवं विषयवार सामग्री सप्ताह के प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शिक्षकों से साझा की जाएगी.

शिक्षक अध्यापक के बीच संवाद
साझा की गयी सामग्री से बच्चों को अभ्यास एवं हल करने के लिए निरन्तर प्रोत्साहित किया जाएगा. शिक्षक और अभिभावक के बीच संवाद स्थापित होगा. साथ ही अध्यापक अभिभावकों से विद्यालय के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने, दूरदर्शन से प्रसारित शैक्षिक कार्यक्रमों को देखने तथा दीक्षा एप डाउनलोड कर बच्चों को पढ़ने हेतु प्रेरित करने का अनुरोध करेंगे.

रिमीडियल टीचिंग संचालित की जाएगी
प्रवक्ता ने बताया कि ‘प्रेरणा ज्ञानोत्सव’ अभियान के तहत समृद्ध हस्त पुस्तिका (Remedial Teaching Plan) पर आधारित रिमीडियल टीचिंग संचालित की जाएगी. प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों के क्षमता संवर्धन को देखते हुए समृद्ध हस्तपुस्तिका पर आधारित प्रशिक्षण भी किया जाएगा. इस हस्तपुस्तिका पर आधारित रिमीडिययल शिक्षण करने के 100 दिन बाद सभी बच्चों का अंतिम आंकलन (Endline Assessment) SAT-3 परीक्षा के आधार पर किया जाएगा. विद्यालय द्वारा प्रत्येक बच्चे का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा. अभिभावकों की उपस्थिति में यह रिपोर्ट कार्ड बच्चों में वितरित किया जाएगा.

खंड शिक्षा अधिकारी करेंगे बैठक
अभियान को प्रारम्भ करने के पूर्व खण्ड शिक्षा अधिकारी सभी प्रधानाध्यापकों की बैठक करेंगे. शिक्षा चौपाल के आयोजन के लिए विस्तृत चर्चा कर कार्य योजना बनायी जाएगी. इस कार्यक्रम में एआरपी, एसआरजी एवं शिक्षक संकुल की विशेष भूमिका रहेगी. विद्यालय की तरफ से प्रत्येक गांव, मोहल्ले में शिक्षा चौपाल का आयोजन किया जाएगा.

टास्क फोर्स का किया जाएगा गठन
'प्रेरणा ज्ञानोत्सव' के आयोजन के लिए जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में टास्क फोर्स एवं उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास खण्ड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की जाएगी. जिला, विकास खण्ड स्तरीय टास्क फोर्स के अधिकारियों, प्राचार्य, डायट एवं मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) द्वारा इस अभियान के दौरान कम से कम पांच-पांच गांवों में आयोजित शिक्षा चौपाल में प्रतिभाग किया जाएगा.

Last Updated : Feb 9, 2021, 3:55 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.