लखनऊ. उत्तर प्रदेश में दिन व रात के तापमान में 5 से लेकर 6 डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की जा रही है. इसका प्रमुख कारण अक्टूबर में हुई जोरदार बारिश के कारण प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में व्याप्त नमी तथा पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के कारण पहाड़ों पर हुई बर्फबारी है. इसी प्रभाव के चलते समय से पहले ही प्रदेश में ठंड के साथ कोहरे की भी एंट्री हो गई है.
मौसम विभाग (weather department) के अनुसार इस वर्ष अपेक्षाकृत कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है. दिसंबर में तापमान माइनस डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है. अमूमन नवंबर के दूसरे सप्ताह से ठंडक शुरू होती थी, लेकिन इस बार अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में ही सर्दी बढ़ने लगी है. साथ ही कुछ इलाकों में सुबह व शाम हल्की धुंध देखने को मिल रही है. दीपावली के प्रदूषण से धुंध भी बढ़ी है। गोरखपुर जिले में सुबह काफी ज्यादा धुंध देखने को मिल रही है। साथ ही राजधानी लखनऊ समेत अन्य आइसोलेटेड क्षेत्रों में भी सुबह व शाम हल्की धुंध हो रही है.
मुजफ्फरनगर रहा सबसे ठंडा : बीते 24 घंटों में मुजफ्फरनगर सबसे ठंडक वाला जिला रहा. जहां पर न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. यहां 19 अक्टूबर से 27 अक्टूबर आते-आते न्यूनतम तापमान (minimum temperature) में 3 से लेकर 5 डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की गई है. वाराणसी में सबसे अधिक तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
मौसम वैज्ञानिक (meteorologist) डॉ जेपी गुप्ता के अनुसार उत्तर प्रदेश में आने वाले पांच दिनों तक मौसम सामान्य रहेगा. बारिश की संभावना नहीं है. सुबह और शाम के समय हल्का कोहरा पड़ने के साथ ही दिन व रात के तापमान में कमी दर्ज की जाएगी.
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