लखनऊ : पूरा शहर डेंगू की चपेट में है. अभी तक महिला अस्पताल इससे बचा हुआ था लेकिन अब तक दो गर्भवती महिलाओं की प्रसव के बाद मौत हो चुकी है क्योंकि उन्हें डेंगू हुआ था.
प्रसव के दौरान महिलाओं को कई तरह की दिक्कतें होती हैं. उन दिक्कतों के बीच में किसी को समझ नहीं आया कि गर्भवती महिलाओं को डेंगू हुआ है. राजधानी की महिला अस्पतालों में डेंगू से बचाव को लेकर कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. इसमें महिला विशेषज्ञ सभी को बताती हैं कि किस तरह से डेंगू से बचा जाए और प्रसव के दौरान अगर डेंगू की शुरुआत हो रही है तो उसे कैसे पहचाना जाए?
इस अवस्था में महिला को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए. इसमें ओआरएस, नारियल पानी, शिकंजी, जूस के साथ-साथ घर का बना सादा भोजन करना चाहिए और दिन में कम से कम 2.5 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है.
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डॉ. रंजना खरे के अनुसार डेंगू एक तरह का हाईग्रेड फीवर (High Grade Fever) है, जो कि एडीज एजिप्टी मच्छर (Aedes Aegypti Mosquito) के काटने से होता है. इस मच्छर की उत्पत्ति आस-पास जमे गंदे पानी से होती है. अगर आपको सिरदर्द, त्वचा पर चेचक जैसे लाल चकत्ते के अलावा मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द भी है तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
ये सभी लक्षण डेंगू के हो सकते हैं. इसीलिए डेंगू से सावधानी रखने के लिए बेहतर होगा कि आप अपने आस-पास का वातावरण साफ रखें. किसी भी प्रकार से लंबे समय तक पानी कहीं भी इकट्ठा न होने दें.
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