ETV Bharat / state

गर्भवती महिलाएं डेंगू से रहें सतर्क, प्लेटलेट्स पर रखें खास नजर

लखनऊ में गर्भवती महिलाओं को डेंगू से बचाने के लिए इन दिनों जागरूकता कार्यक्रम (awareness program) चलाया जा रहा है. डॉक्टर्स का कहना है कि इस दौरान गर्भवती महिलाओं को खास ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने इससे बचाव के कुछ टिप्स भी दिए.

डॉ. रंजना खरे
डॉ. रंजना खरे
author img

By

Published : Nov 21, 2021, 7:00 PM IST

लखनऊ : पूरा शहर डेंगू की चपेट में है. अभी तक महिला अस्पताल इससे बचा हुआ था लेकिन अब तक दो गर्भवती महिलाओं की प्रसव के बाद मौत हो चुकी है क्योंकि उन्हें डेंगू हुआ था.

प्रसव के दौरान महिलाओं को कई तरह की दिक्कतें होती हैं. उन दिक्कतों के बीच में किसी को समझ नहीं आया कि गर्भवती महिलाओं को डेंगू हुआ है. राजधानी की महिला अस्पतालों में डेंगू से बचाव को लेकर कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. इसमें महिला विशेषज्ञ सभी को बताती हैं कि किस तरह से डेंगू से बचा जाए और प्रसव के दौरान अगर डेंगू की शुरुआत हो रही है तो उसे कैसे पहचाना जाए?

डेंगू से ऐसे करें बचाव
वीरांगना झलकारीबाई अस्पताल की सीएमएस ने गर्भवती महिलाओं को बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए. अगर प्रेगनेंसी के दौरान महिला को डेंगू हो गया है तो शुरुआती लक्षण में खाने-पीने का बिल्कुल भी मन नहीं करेगा. हो सकता है कि शरीर पर लाल रंग के चकत्ते भी उभर आएं. प्लेटलेट्स कम होने से हालत बिगड़ भी सकती है. बीपी कम या ज्यादा की समस्या हो सकती है. सीएमएस डॉ. रंजना खरे के मुताबिक कोई महिला अगर गर्भावस्था के दौरान डेंगू की शिकार है तो उसे अपने मन से दवाइयां लेने से बचना चाहिए. खासकर इबुप्रोफेन, एस्पिरिन और डाइक्लोफेनैक सोडियम जैसी दवाओं के इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए.

इस अवस्था में महिला को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए. इसमें ओआरएस, नारियल पानी, शिकंजी, जूस के साथ-साथ घर का बना सादा भोजन करना चाहिए और दिन में कम से कम 2.5 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है.

इसे भी पढ़ेः डेंगू का कहर: अस्पताल के बाहर गंदगी का अंबार, तीमारदार और डॉक्टर परेशान

डॉ. रंजना खरे के अनुसार डेंगू एक तरह का हाईग्रेड फीवर (High Grade Fever) है, जो कि एडीज एजिप्टी मच्छर (Aedes Aegypti Mosquito) के काटने से होता है. इस मच्छर की उत्पत्ति आस-पास जमे गंदे पानी से होती है. अगर आपको सिरदर्द, त्वचा पर चेचक जैसे लाल चकत्ते के अलावा मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द भी है तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.

ये सभी लक्षण डेंगू के हो सकते हैं. इसीलिए डेंगू से सावधानी रखने के लिए बेहतर होगा कि आप अपने आस-पास का वातावरण साफ रखें. किसी भी प्रकार से लंबे समय तक पानी कहीं भी इकट्ठा न होने दें.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ : पूरा शहर डेंगू की चपेट में है. अभी तक महिला अस्पताल इससे बचा हुआ था लेकिन अब तक दो गर्भवती महिलाओं की प्रसव के बाद मौत हो चुकी है क्योंकि उन्हें डेंगू हुआ था.

प्रसव के दौरान महिलाओं को कई तरह की दिक्कतें होती हैं. उन दिक्कतों के बीच में किसी को समझ नहीं आया कि गर्भवती महिलाओं को डेंगू हुआ है. राजधानी की महिला अस्पतालों में डेंगू से बचाव को लेकर कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. इसमें महिला विशेषज्ञ सभी को बताती हैं कि किस तरह से डेंगू से बचा जाए और प्रसव के दौरान अगर डेंगू की शुरुआत हो रही है तो उसे कैसे पहचाना जाए?

डेंगू से ऐसे करें बचाव
वीरांगना झलकारीबाई अस्पताल की सीएमएस ने गर्भवती महिलाओं को बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए. अगर प्रेगनेंसी के दौरान महिला को डेंगू हो गया है तो शुरुआती लक्षण में खाने-पीने का बिल्कुल भी मन नहीं करेगा. हो सकता है कि शरीर पर लाल रंग के चकत्ते भी उभर आएं. प्लेटलेट्स कम होने से हालत बिगड़ भी सकती है. बीपी कम या ज्यादा की समस्या हो सकती है. सीएमएस डॉ. रंजना खरे के मुताबिक कोई महिला अगर गर्भावस्था के दौरान डेंगू की शिकार है तो उसे अपने मन से दवाइयां लेने से बचना चाहिए. खासकर इबुप्रोफेन, एस्पिरिन और डाइक्लोफेनैक सोडियम जैसी दवाओं के इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए.

इस अवस्था में महिला को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए. इसमें ओआरएस, नारियल पानी, शिकंजी, जूस के साथ-साथ घर का बना सादा भोजन करना चाहिए और दिन में कम से कम 2.5 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है.

इसे भी पढ़ेः डेंगू का कहर: अस्पताल के बाहर गंदगी का अंबार, तीमारदार और डॉक्टर परेशान

डॉ. रंजना खरे के अनुसार डेंगू एक तरह का हाईग्रेड फीवर (High Grade Fever) है, जो कि एडीज एजिप्टी मच्छर (Aedes Aegypti Mosquito) के काटने से होता है. इस मच्छर की उत्पत्ति आस-पास जमे गंदे पानी से होती है. अगर आपको सिरदर्द, त्वचा पर चेचक जैसे लाल चकत्ते के अलावा मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द भी है तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.

ये सभी लक्षण डेंगू के हो सकते हैं. इसीलिए डेंगू से सावधानी रखने के लिए बेहतर होगा कि आप अपने आस-पास का वातावरण साफ रखें. किसी भी प्रकार से लंबे समय तक पानी कहीं भी इकट्ठा न होने दें.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.